
बूंदी। बूंदी में दर्दनाक बस हादसा होने के बाद से पूरे जिले में शोक की लहर है। बूंदी के लाखेरी थाना क्षेत्र के पापड़ी मेज नदी में गिरी बस में सवार सभी लोग कोटा से सवाई माधोपुर मौसाला (भात) लेकर जा रहा थे। तभी ये दर्दनाक बस हादसा हो गया और कई लोग काल का ग्रास बन गए। हादसे में 25 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है। 24 शवों को निकाल कर लाखेरी चिकित्सालय पहुंचाया गया है। हादसे की सूचना जैसे ही सवाई माधोपुर में दुल्हन के घर पहुंची तो वहां भी पूरा माहौल गमहीन हो गया। परिवार में सन्नाटा छा गया। सारी की सारी तैयारियां धरी की की धरी रह गई। शादी की खुशियां एक पल में ही धूमिल हो गई।
शादी आज थी
बस से बाहर आए घायलों के मुताबिक कोटा गणेश तालाब निवासी मुरली धोबी का परिवार सुबह निजी बस लेकर सवाई माधोपुर नीम की चौकी निवासी बादाम के यहां मौसाला (भात) लेकर जा रहे थे। बादाम की बेटी प्रीति की आज शादी थी। बस सुबह करीब पौने दस बजे पापड़ी रेलवे पुलिया पर अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। जिससे मौत का तांड़व हो गया।
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बस हादसा : लोगों में पूर्व मंत्री पर फूटा आक्रोश
घटना की सूचना पर लाखेरी और बड़ाखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इससे पहले आस-पास के ग्रामीण बचाव और राहत कार्य में जुट गए थे। इस दर्दनाक घटना से प्रशाासन और और नेताओं के प्रति लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। जब पूर्वमंत्री बाबूलाल वर्मा घटना स्थल पर पहुंचे तो उन्हें भी लोगों का आक्रोश झेलना पड़ा। ऐसे में पूर्व मंत्री को पुलिस ने बीच बचाव कर लोगों के बीच से निकाला। लोगों का कहना था कि वर्मा के मंत्री और केशवरायपाटन विधायक रहते ग्रामीणों ने पुलिया के दोहरीकरण की मांग की थी। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई।