भीनमाल । जैन साध्वी संघवरण म सा ने कहा कि चातुर्मास आत्म कल्याण का सुनहरा अवसर हैं। जैन साध्वी स्थानीय कोठारी कीर्ति स्तम्भ में बुधवार को चातुर्मास हेतु मंगल प्रवेश के अवसर पर प्रवचन देते हुए कहा कि इस दौरान सभी जैन धर्मावलंबी एक स्थान पर रह कर धर्म क्रिया कर आत्म कल्याण के लिए आराधना साधना में लीन रह कर समय व्यतीत करते है। हमें बड़ी मुश्किल से मनुष्य जन्म मिला है उसका सदुपयोग करना चाहिए। मानव को मानवता की सीख लेकर आगे बढऩा चाहिए।
जैन साध्वी संघवरण, तत्वलोचना म सा सहित 12 साध्वीयों के स्थानीय कोठारी कीर्ति स्तम्भ में चातुर्मास हेतु आगमन से पूर्व महावीर चौक पर स्थित रिद्धि सिद्धि मंदिर प्रांगण में जैन सकल संघ द्वारा सौमेया कर अगवानी की गई। इसके बाद शहर के प्रमुख मार्ग होकर जैन सकल संघ के साथ भीड़ नहीं करते हुए जैन साध्वी गणों ने कोठारी कीर्ति स्त भ में मंगल प्रवेश किया।
जैन धर्मावलंबी एक स्थान पर रह कर धर्म क्रिया कर आत्म कल्याण के लिए आराधना साधना में लीन रह कर समय व्यतीत करते है।
जैन साध्वी गणों के मंगल नगर प्रवेश के अवसर पर कोराना महामारी के बचाव के लिए लगाये गये लॉक डाउन की पालना की गई। प्रवेश के अवसर पर न ही बैण्ड बाजे थे तथा न ही ढोल थाली। कार्यक्रम के दौरान माणकचंद कोठारी, भंवरलाल कानूंगो, माणकमल भंडारी, हेमराज मेहता, मांगीलाल जैन, पारसमल जोगाणी, सुरेश कोठारी, किशोर कोठारी, जयंती कोठारी, एडवोकेट ललित भंडारी, कपूरचंद बाफना, च पालाल बाफना, प्रदीप पालगोता, दिनेश खण्डेलवाल सहित नगर के कई गणमान्य लोग उपस्थित थे