
चुनाव में फायदा उठाने के लिए करौली दंगे के मुद्दे को लंबा खींच रही बीजेपी : गहलोत
जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूपी-एमपी में दंगा आरोपियों पर बुलडोजर चलाने पर निशाना साधा हैं। गहलोत ने बीजेपी सरकारों पर निर्दोष लोगों पर बुलडोजर चलाने का आरोप लगाया है। इंटक (इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस) की प्रदेश कार्यसमिति बैठक में सोमवार को गहलोत ने कहा- करौली में बिना मतलब दंगे हो गए। ये लोग जान-बूझकर उसे लंबा खींच रहे हैं। इनको समझ में नहीं आ रहा कि इनके शासित राज्यों में बुलडोजर चल रहे हैं। यूपी-एमपी में निर्दोष लोगों पर बुलडोजर चल रहे हैं। उनकी परवाह नहीं है। यहां राजनीति कर रहे हैं।
गहलोत ने कहा- यह 2023 के विधानसभा चुनाव से पहले की तैयारी शुरू हो गई है, इसलिए ये लोग जानबूझकर इस तरह का माहौल बना रहे हैं। यह खतरनाक माहौल है। आज धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है। हिंदू-मुस्लिम करके चुनाव जीतना चाहो, वह आसान काम है। बीजेपी के लोग नोन इश्यू को इश्यू बना रहे हैं और इश्यू को नोन इश्यू में बदल रहे हैं।
सत्ता में बैठे लोगों का लोकतंत्र में यकीन नहीं
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- अभी देश में खतरनाक माहौल है। हिंसा का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। आज देश में क्या हो रहा है? सत्ता में बैठे लोग लोकतंत्र के नाम पर जीतकर तो आ गए, लेकिन उनका लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं है। हिंसा करने वाले असामाजिक तत्व हैं। प्रधानमंत्री को आगे बढ़कर यह कहना चाहिए। सोनिया गांधी ने भी लेख लिखकर यही सुझाव दिया है। ये लोग जान-बूझकर खतरनाक माहौल बना रहे हैं। जब सब शांति से रहेंगे तभी देश में विकास होगा और देश एक व अखंड रहेगा।
चुनाव जीतना ही सब कुछ है क्या?
गहलोत ने कहा- हमारे नेताओं ने देश को एक और अखंड रखने के लिए कुर्बानियां दी हैं। हिंदू-मुस्लिम के नाम पर झगड़े करवाकर चुनाव जीतना आसान है, लेकिन चुनाव जीतना ही सब कुछ होता है क्या? इसके अलावा भी बहुत कुछ होता है। विचारधारा के आधार पर कॉम्पिटिशन करें कि कौन देशहित में जल्दी अच्छी पॉलिसी बनाता है? इस पर बहस होनी चाहिए। इसकी जगह धर्म के नाम पर नोन इश्यू को इश्यू बनाकर राजनीति हो रही है।
नेताओं के बीच सुरक्षाकर्मी आया तो सीएम ने हटाया
गहलोत सोमवार को सिविल लाइंस में इंटक की प्रदेश कार्यसमिति में पहुंचे थे। कार्यक्रम में पहुंचते ही इंटक पदाधिकारी स्वागत करने पहुंचे, पदाधिकारी माला पहना रहे थे, उसी समय सीएम सिक्योरिटी का सुरक्षाकर्मी सामने आ गया, गहलोत ने सुरक्षाकर्मी को तुरंत सामने से हटाया।
रीट मामले की ईडी जांच पर सीएम गहलोत बोले- चुनावी मोड में आ गई बीजेपी, भारत सरकार ने नया रास्ता निकाल लिया, सीबीआई नहीं तो ईडी सही
जयपुर। रीट पेपर लीक घोटाले की ईडी जांच के फैसले के बाद सियासत तेज हो गई है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रीट पेपर लीक मामले की ईडी जांच को बीजेपी का चुनावी हथकंडा करार देते हुए इसे चुनावी मोड में आना तक बता दिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- देश में जितनी भी जांच एजेंसियां हैं, सबकी अपनी भूमिका होती है। वे अपनी भूमिका निभाएं , इसमें हम क्या कर सकते हैं? सच्चाई सामने आ जाएगी। सच्चाई सामने आनी ही चाहिए। चाहे कोई एजेंसी हो। एसओजी अच्छा काम कर रही है, पक्ष विपक्ष सब मानते यह मानते हैं। फिर भी जिस प्रकार की उनकी फितरत है मैसेज देने की, मैंने कहा कि बीजेपी चुनावी मोड में आ चुकी है। गहलोत सोमवार शाम को सीएम निवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
गहलोत ने कहा- चुनावी मोड में आने के हिसाब से ही उसी रूप में फैसले हो रहे हैं। मेरा मानना है कि वे अपना काम करें। सच्चाई तक कोई पहुंच सकता है तो और भी जांच करे। रीट की सीबीआई जांच की मांग हाईकोर्ट से खारिज करने के बाद ईडी जांच के सवाल पर गहलोत ने कहा- भारत सरकार को यह सोचने की बात है कि हाईकोर्ट की मंशा क्या थी? भारत सरकार ने नया रास्ता निकाल लिया होगा, सीबीआई नहीं तो ईडी सही।
रीट पेपर लीक मामले में ईडी के मामला दर्ज करने के फैसले के बाद प्रदेश में सियासत गर्माई हुई है। मुख्यमंत्री ने सीधे तौर पर ईडी जांच को बीजेपी की चुनावी तैयारियों से जोड़कर केंद्र सरकार को निशाने पर ले लिया है। ईडी ने अभी औपचारिक रूप से जांच शुरू नहीं की है, इससे पहले इस पर सियासी आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गए हैं। बीजेपी सासंद किरोड़ीलाल मीणा ने रीट को लेकर ॅफरवरी मेें ईडी के जयपुर ऑफिस में जांच की मांग पर ज्ञापन दिया था। ईडी ने उसी ज्ञापन के आधार पर शुरुआती जांच शुरू करने का फैसला किया है। अब रीट पेपर लीक में पैसे का ट्रांजेक्शन करने वाले आरोपियों को सबसे पहले राडार पर लिया जाएगा।