मुख्य सचिव आर्य ने बीकानेर में जीएसएस का अवलोकन किया

बीकानेर। मुख्य सचिव निरंजन आर्य गुरुवार को बीकानेर जिले के दौरे पर पहुंचे। यहां जिले की सीमा में प्रवेश करने पर जिला कलक्टर नमित मेहता और पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने मुख्य सचिव आर्य की अगवानी की। इस दौरान जोधपुर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक अविनाश सिंघवी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, बीकानेर के उपखण्ड अधिकारी अशोक कुमार बिश्नोई, डूंगरगढ़ की उपखण्ड अधिकारी दिव्या चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

इंदिरा रसोई पहुंचे मुख्य सचिव, भोजन चखकर जानी गुणवत्ता

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने डूंगरगढ़ स्थित इंदिरा रसोई का अवलोकन कर भोजन की गुणवत्ता की जानकारी ली। जिला कलेक्टर मेहता ने उन्हें इंदिरा रसोई में उपलब्ध करवाए जा रहे भोजन, मेन्यू इत्यादि के बारे में जानकारी दी।

मुख्य सचिव ने यहां भोजन ग्रहण कर रहे व्यक्तियों से बातचीत की और भोजन की गुणवत्ता के संबंध में उनसे भी पूछा। आर्य ने भोजन कर रहे एक व्यक्ति के साथ भोजन चखकर देखा। उन्होंने कहा कि इंदिरा रसोई के माध्यम से आमजन को बेहद सस्ता और उच्च गुणवत्ता का भोजन उपलब्ध करवाने की पहल की गई है। गुणवत्ता के साथ किसी प्रकार का कोई समझौता ना हो इसके लिए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

जीएसएस का किया अवलोकन

मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने लखासर स्थित 33 केवी सब स्टेशन का अवलोकन किया। जोधपुर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक सिंघवी ने सब स्टेशन की कार्यप्रणाली की जानकारी दी। मुख्य सचिव ने विद्युत सप्लाई की स्थिति, लॉसेस आदि की जानकारी ली। क्षेत्र में बकाया कृषि कनेक्शन, आमजन की ओर से आने वाली शिकायतों और इन्हें निस्तारित करने की प्रक्रिया, शिकायत निवारण की औसत अवधि तथा कॉल सेंटर के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यहां पौधारोपण भी किया। इस दौरान खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के सचिव नवीन जैन भी मौजूद रहे।

धरातल पर योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में जाना

मुख्य सचिव ने सरकार की विभिन्न योजनाओं के ग्राम स्तर पर क्रियान्वयन के बारे में जाना। लखासर में उन्होंने गांव के उच्च माध्यमिक स्कूल में अध्ययनरत बालिकाओं के बारे में जाना। स्थानीय जनप्रतिनिधि ने बताया कि यहां 350 बालिकाएं पढ़ रही हैं। इस पर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री महोदय द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों की उच्च माध्यमिक स्कूलों में 500 से अधिक बालिकाएं होने पर इसे महाविद्यालय के रूप में क्रमोन्नत करने की घोषणा की है। यदि लखासर के स्कूल में 500 से अधिक बालिकाएं हो जाएंगी, तो सरकार द्वारा यहां भी कन्या महाविद्यालय खोल दिया जाएगा। इससे गांव की बालिकाओं को गांव में ही उच्च शिक्षा का अवसर मिल सकेगा।

मुख्य सचिव ने गांव में पशु स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी केंद्र, पॉश मशीनों से खाद्यान्न वितरण, प्रधानमंत्री आवास के तहत आवास स्वीकृति और इनकी प्रगति, मनरेगा कार्यों एवं इन पर नियोजित श्रमिक संख्या, कोविड स्वास्थ्य सहायक, जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन और ग्राम रक्षकों की नियुक्ति सहित विभिन्न विषयों की समीक्षा की।

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