चीन ने अब बांग्लादेश में निवेश का जाल फैलाया

शेख हसीना सरकार ने बांग्लादेश इकोनॉमिक जोन अथॉरिटी के तहत चीनी कंपनियों को 100 एकड़ जमीन लीज पर दी

नई दिल्ली। चीन की जिनपिंग सरकार भारत के पड़ोसी देशों में तेजी से जड़ें जमाने की कोशिश कर रही है। उन्हें कर्ज और इंवेस्टमेंट्स का लालच दिया जा रहा है। पाकिस्तान, श्रीलंका और नेपाल के बाद अब बांग्लादेश में चीन ने निवेश का जाल फैलाया है। शेख हसीना सरकार भी चीनी कंपनियों को मनमाफिक सुविधाएं दे रही है।

निवेश के लिए बांग्लादेश सबसे बेहतर देश

चाइना याबांग इन्वेस्टमेंट होल्डिंग गु्रप कंपनी के चेयरमैन झू झियाओचू ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत की। यह चीन की सबसे बड़ी इन्वेस्टमेंट कंपनियों में से एक है। झू ने बांग्लादेश सरकार की तारीफ की। कहा- बांग्लादेश इन्वेस्टमेंट के हिसाब से सबसे बेहतर जगह है। यहां जनसंख्या ज्यादा है और कारोबार की भी काफी संभावनाएं हैं।

बांग्लादेश में 500 चीनी कंपनियां

चाइना याबांग इन्वेस्टमेंट होल्डिंग ग्रुप चीन की उन 500 कंपनियों में शामिल है, जिन्होंने चीन में निवेश किया है। शेख हसीना की सरकार ने दो जिलों में कुल 100 एकड़ जमीन लीज पर दी है। इसमें बांग्लादेश इकोनॉमिक जोन्स अथॉरिटी नाम दिया गया है। चटगांव और फेनी जिलों में टेक्सटाइल और केमिकल इंडस्ट्रीज लगाई जा रही हैं।

10 साल पहले हुई थी शुरुआत

झू ने कहा- ग्लोबल कंपनियों के लिए बांग्लादेश सबसे बेहतर जगह है। खासतौर पर यहां ट्रेडीशनल इंडस्ट्रीज का स्कोप बहुत ज्यादा है। अब चीन यह काम कर रहा है। 10 साल पहले हमारे गु्रप ने दक्षिण-पूर्व और दक्षिण एशिया, अफ्रीका और नॉर्थ कोरिया का दौरा किया था। हम इंवेस्टमेंट्स की जगह तलाश कर रहे थ। पांच साल पहले हमने बांग्लादेश को चुना और यहां अपना परमानेंट स्टाफ अपॉइंट किया।

बांग्लादेश विकास चाहता है

झू ने आगे कहा- यहां की इकोनॉमी तेजी से मजबूत हो रही है। लोग शांति से काम करना चाहते हैं। यूएन से भी बांग्लादेश को मदद मिलती है। खास बात ये है कि लोगों और सरकार का नजरिया एक है। टेक्सटाइल और प्रिंटिंग के क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं। हम यहां के गार्मेंट सेक्टर और स्थानीय जरूरतों को पूरा करेंगे।