
जयपुर/जैसलमेर। राजस्थान में चल रहे सियासी संकट के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा नेताओं और हमारी पार्टी छोड़ चुके लोगों के खिलाफ हर घर में गुस्सा है। मेरा मानना है कि वे भी इसे समझते हैं और उनमें से अधिकांश हमारे पास लौट आएंगे। गहलोत ने कहा कि अब भाजपा विधायक बाड़ेबंदी पर जा रहे हैं क्योंकि इनकी पोल खुल गई है। सरकार में तो हम लोग हैं होर्स ट्रेडिंग हो रही थी इसलिए हमें सबको एक साथ रखना पड़ा।
भाजपा तीन-चार जगहों पर बाड़ेबंदी कर रही है वो भी चुन-चुन कर। मुझे इनमें फूट पड़ती दिख रही है। इसके साथ ही अशोक गहलोत ने विश्व आदिवासी दिवस पर कहा कि सरकार पूरी तरह आदिवासियों के हित के लिए योजनाएं बनाती जा रही है। हमारा संकल्प है कि योजनाबद्ध तरीके से आदिवासियों और आदिवासी क्षेत्र का कल्याण हो। इसके लिए हमने विश्व आदिवासी दिवस पर छुट्टी की घोषणा की है।
एसओजी ने 28 दिन बाद तीनों एफआईआर बंद की
वहीं, राजस्थान में सरकार गिराने की कथित साजिशों का खुलासा करने वाली राजस्थान पुलिस की एसओजी ने 28 दिन बाद तीनों एफआईआर बंद कर दी है। एसओजी का कहना है कि इसमें कोई मामला नहीं बन रहा है। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के वकील संत कुमार ने कोर्ट से कहा है कि इस मामले में हम कोई कार्यवाही नहीं चाहते हैं। कोर्ट ने इसकी इजाजत देते हुए गिरफ्तार आरोपी संजय जैन, भरत मालानी और अशोक सिंह को छोडऩे का आदेश दिया है, हालांकि संजय जैन अभी एंटी करप्शन ब्यूरो में पांच दिन की रिमांड पर हैं, इस वजह से वो अभी नहीं छूट पाएंगे।
क्या था मामला
राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन गु्रप ने 10 जुलाई को मामला दर्ज किया था कि एक तस्कर का मोबाइल सर्विलांस पर लेने के दौरान हमें राज्य सरकार गिराने की साजिशों का पता चला है। एसओजी ने दावा किया कि ब्यावर में रहने वाले भरत मालानी और उदयपुर के रहने वाले अशोक सिंह कई लोगों के साथ मिलकर सरकार गिराने की साजिश कर रहे थे। इस मामले में एसओजी के इंस्पेक्टर के दर्ज कराए गए बयान के आधार पर एसओजी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को नोटिस जारी कर दिया। यह मामला राजद्रोह की धाराओं के अंतर्गत दर्ज किया गया था।
अब भाजपा हुई हमलावर
अब भाजपा कह रही है कि एसओजी ने 24 जगहों पर छापेमारी की और मानेसर और दिल्ली की होटलों में स्पेशल ऑपरेशन गु्रप को भेजकर हमें परेशान किया गया। भाजपा ने कहा कि राजस्थान एसओजी ने हरियाणा पुलिस के डीजीपी तक को जांच में सहयोग के लिए लिखा और अब कह रही है कि मामला ही नहीं बनता है। भाजपा ने कहा कि निर्दोष लोगों को एक महीने तक जेल में रखने की सजा किस को मिलनी चाहिए।