राजस्थान सरकार ने क्राउडसोर्सिंग इनिशिएटिव के माध्यम से आर्टिस्ट डेटाबेस का कलेक्शन किया शुरू

क्राउडसोर्सिंग इनिशिएटिव ‘ए कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस’ का जेकेके फेसबुक पेज पर हुआ आगाज़

जयपुर। राजस्थान के कलाकारों का डेटाबेस एकत्र करने के लिए डिजिटल पहल के रूप में, राज्य सरकार ने कला एवं संस्कृति विभाग और जवाहर कला केंद्र (जेकेके) के साथ मिलकर शनिवार को जेकेके के फेसबुक पेज पर क्राउडसोर्सिंग इनिशिएटिव ‘ए कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस’ की शुरूआत की। लॉन्च के दौरान डेटा सबमिशन के लिए ‘गुगल फॉर्म’ भरने के तरीके का विस्तृत डेमोन्सट्रेशन भी दिया गया। यह फॉर्म https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLScYcHz6JLxW-YhJjmKD7E48Mq5g9yNRJ11jg8YifM8PQ9obsQ/viewform पर उपलब्ध है जिसे भरकर 10 नवंबर 2020 तक ईमेल एड्रेस [email protected] पर सबमिट कराना होगा।

इस अवसर पर, कला एवं संस्कृति मंत्री, राजस्थान सरकार, डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहा कि कला और संस्कृति किसी भी सभ्यता की बैकबोन है। राजस्थान के संदर्भ में, कला के संरक्षण, संवर्धन और विकास के लिए कलाकार से संबंधित सूचनाओं का संग्रहण प्राथमिक आवश्यकता है। सूचना की कमी के कारण, हम अपने उद्देश्यों की पूर्ति में पीछे रह जाते हैं। उन्होंने कहा कि डेटा को साइंटिफिकली इकट्ठा करने की विभाग की यह पहल कला और कलाकारों के संवर्धन और संरक्षण की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी।

कला एवं संस्कृति विभाग, राजस्थान सरकार की शासन सचिव और जेकेके की महानिदेशक मुग्धा सिन्हा ने कहा कि यह अत्यंत गर्व का विषय है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देशानुसार ‘ए कॉल फॉर आर्टिस्ट डेटाबेस’ की शुरूआत की गई है। यह पहल राजस्थान के सभी 33 जिलों और 7 संभाग के कलाकारों के डेटा एकत्र करने की सुविधा प्रदान करेगी। यह वास्तव में शहरी, ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ दूरदराज के स्थानों में रहने वाले कलाकारों से जुड़ने का एक शानदार अवसर है। राजस्थान का कोई भी कलाकार जो विजुअल आर्ट, परफॉर्मिंग आर्ट, लिटरेरी आर्ट, लुप्त होती कलाओं, ट्राइबल आर्ट आदि में निपुण हो अपनी जानकारी प्रस्तुत कर सकते हैं। यह डेटाबेस डेमोक्रेटिक तरीके से डेटा को डिजिटाइज़ करने और कलाकारों को लाभ पहुंचाने के लिए इसका उपयोग करने का एक प्रयास है।

उल्लेखनीय है कि यह पहल कला और तकनीक का संगम है। यह डेटा इकट्ठा करने और जोड़ने के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन के रूप में काम करेगा। यह कलाकारों के साथ निरंतर संपर्क बनाए रखने और विचारों के आदान-प्रदान को सुविधाजनक बनाने में भी मदद करेगा। इस पहल से कलाकारों का सम्मान करने में मदद मिलेगी और जरूरत पड़ने पर उन्हें आवश्यक सहायता भी मिल सकेगी। यह उभरते कलाकारों के लिए एक शानदार अवसर और स्थापित कलाकारों के लिए एक मंच है। एकत्रित डेटा से आर्टिस्ट डायरेक्ट्री भी प्रकाशित की जा सकती है।

कार्यक्रम के दौरान, प्रशंसित कलाकारों, साहित्यकारों, संस्कृतिकर्मियों और कला प्रेमियों द्वारा भेजे गए वीडियो संदेश भी प्रस्तुत किये गये, जिसमें उन्होंने इस पहल के लिए अपनी शुभकामनाएं साझा की। इनमे शामिल कुछ कलाकारों में पंडित विश्व मोहन भट्ट, गुलाबो सपेरा, उस्ताद मोइनुद्दीन खान, मधु आचार्य, मंजरी किरण महाजनी, ईश मधु तलवार और गाजी खान मांगणियार रहे ।