दुनिया में 9 लाख से ज्यादा लोगों की मौत, 2 करोड़ से ज्यादा लोग अब स्वस्थ
इस्लामाबाद। दुनिया में अब संक्रमितों का आंकड़ा 2 करोड़ 94 लाख 34 हजार 021 हो चुका है। अच्छी खबर ये है कि ठीक होने वालों की संख्या भी अब 2 करोड़ 12 लाख से ज्यादा हो चुकी है। वहीं, महामारी में मरने वालों की संख्या 9 लाख 32 हजार से ज्यादा हो गई है। अब बात करते हैं दुनियाभर में कोरोनावायरस से जुड़ी कुछ अहम खबरों की।
पाकिस्तान में 6 महीने बाद स्कूल खुल गए। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा- बच्चों की हिफाजत सामूहिक जिम्मेदारी है। स्कूल खोलने के लिए सख्त नियम तय किए गए हैं। इनका पालन न करने वाले स्कूलों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पहले चरण में 9वीं और 10वीं तक के स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटीज खोले जाएंगे। प्राइमरी और सेकंडरी स्कूल महीने के आखिर तक शुरू किए जा सकते हैं। देश में सभी शिक्षण संस्थान 15 मार्च से बंद थे। 14 अगस्त को इमरान ने कहा था- कल से लाखों बच्चे फिर स्कूल जाएंगे। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम बच्चे सुरक्षित रहें। इसके लिए नियमों का पालन करना जरूरी होगा।
चीन – नवंबर तक सभी को वैक्सीन मिलेगी
चीन में सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के एक अफसर ने दावा किया है कि नवंबर तक कोरोनावायरस वैक्सीन आम लोगों के लिए उपलब्ध होगी। चीन में कोविड-19 की चार वैक्सीन पर रिसर्च चल रहा है। इनका ट्रायल आखिरी चरण में हैं। इनमें से तीन वैक्सीन जरूरतमंदों और कर्मचारियों को लगाने की पेशकश की जा चुकी है। इसके लिए इमरजेंसी प्रोग्राम जुलाई में शुरू किया गया था। सीडीसी की चीफ बायोसेफ्टी एक्सपर्ट गुइझेन वू ने सरकारी टीवी चैनल से बातचीत में कहा- मैंने खुद अप्रैल में एक ट्रायल में हिस्सा लिया था। अब तक इसके कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आए हैं।
वू ने हालांकि, यह नहीं बताया कि वे किसी वैक्सीन की बात कह रही हैं। साइनोफार्म और साइनोवेक बायोटेक कंपनियां तीन वैक्सीन पर रिसर्च कर रही हैं। चौथी वैक्सीन केनसाइनो बायोलॉजिस कंपनी डेवलप कर रही है। चीन की सेना ने जून में इस वैक्सीन को अप्रूवल दिया था। साइनोफार्म ने जुलाई में कहा था कि उसकी वैक्सीन इस साल के आखिर तक बाजार में आ जाएगी। इसके तीसरे चरण के ट्रायल चल रहे हैं।
अमेरिका: पेन्सिलवेनिया में कोर्ट का आदेश
यहां एक फेडरल कोर्ट ने गर्वनर के उस आदेश को असंवैधानिक बताया है जिसमें उन्होंने लोगों के जुटने, लॉकडाउन लगाने और कारोबार बंद करने के आदेश दिए थे। एक याचिका पर सुनवाई के दौरान डिस्ट्रिक्ट जज विलियम स्टिकमैन ने कहा- गर्वनर टॉम वोल्फ्स के उस आदेश को सही नहीं माना जा सकता जो लोगों के बुनियादी अधिकारों की सीमा तय करते हैं। टॉम के आदेश के खिलाफ कई काउंटीज के मेयर्स ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें कहा गया था- जो प्रतिबंध लगाए गए हैं वे हमारे संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन हैं। लिहाजा, इन्हे हटाया जाना चाहिए।