कोविड और रूस-यूक्रेन संघर्ष ने खाद्य और ऊर्जा संकट बढ़ायाः बिरला

लोक सभा अध्यक्ष ने कहा विकसित भारत से विश्व होगा लाभान्वित

जकार्ता (इंडोनेशिया)। लाकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोविड और रूस-यूक्रेन संघर्ष ने विश्व में खाद्य और ऊर्जा संकट को बढ़ाया है। भारत का दृढ़ विश्वास है कि विश्व के समावेशी विकास के लिए इस संघर्ष का आपसी बातचीत और राजनय के माध्यम से समाधान होना चाहिए। वे गुरूवार को इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में आयोजित जी-20 देशों की संसदों के अध्यक्षों के 8वें शिखर सम्मेलन (पी-20) को संबोधित कर रहे थे।
स्पीकर बिरला ने ‘‘उभरते मुद्दे- खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा एवं आर्थिक चुनौतिया‘‘ विषय पर कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न अंतर्राष्ट्रीय अस्थिरता के कारण विश्व के समक्ष खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा संकट खड़ा हो गया है। इस कारण विकासशील देशों एवं समाज के कमजोर वर्गों के लिए खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा संबंधी चिंताएं काफी बढ़ गई हैं।
बिरला ने सुझाव दिया कि यह सभी संसदों की जिम्मेदारी है कि वे खाद्य सुरक्षा, ऊर्जा सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और सतत विकास जैसे महत्वपूर्ण वैश्विक विषयों पर अपनी सरकारों का ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने  विश्वास व्यक्त किया  कि नए विचारों, नई पहलों, बेस्ट प्रैक्टिसेज़ के निरंतर आदान-प्रदान से हम एक बेहतर और रेजिलिएंट अर्थव्यवस्था के निर्माण में सफल होंगे।
सम्मेलन के एक अन्य सत्र में ‘‘प्रभावी संसद, जीवंत लोकतंत्र‘‘ विषय पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दोहराया कि भारत ने सदैव नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का समर्थन किया है।  उन्होंने बताया कि इसी भावना से भारत ने वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए बहुपक्षवाद को अपनाने का आह्वान किया है, ताकि हम विश्व के समक्ष चुनौतियों के समाधान हेतु एकजुट हों और जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप समाधान निकाल सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2047 तक भारत के विकसित देश बनने का लाभ समूचे विश्व और मानवता को मिलेगा। अब जबकि भारत जी-20 की अध्यक्षता करने जा रहा  है, हम जी-20 देशों के बीच अधिक एकजुटता और सहयोग हेतु भारत की प्रतिबद्धता को व्यक्त करते हैं।
यह विचार व्यक्त करते हुए कि बदलते परिप्रेक्ष्य में प्रौद्योगिकी के माध्यम से लोकतांत्रिक संस्थाओं के साथ जनता का जुड़ाव और अधिक बढ़ा है, श्री बिरला ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि मौजूदा पीढ़ी को संसद से जोड़ा जाए और इसीलिए युवाओं की संसद में सक्रिय भागीदारी के लिए संसद में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे  हैं।उन्होंने जोर देकर कहा कि  75 वर्षों के लोकतंत्र की इस गौरवशाली यात्रा के दौरान हमारा लोकतंत्र और अधिक सशक्त और जीवंत हुआ है और हमारी संसद जनता के समावेशी, सामाजिक, आर्थिक विकास का मार्ग प्रशस्त करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उन्होंने हाल ही में इंडोनेशिया के जावा में एक फुटबॉल मैच के दौरान हुई हिंसा में कई लोगों की मृत्यु पर दुख भी जताया।
इससे पहले लोक सभा अध्यक्ष ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भारतीय संसदीय दल का नेतृत्व किया। सम्मेलन के दौरान बिरला ने इंडोनेशिया की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष डॉ (एचसी) पुआन महारानी, और मिल्टन डिक, अध्यक्ष, प्रतिनिधि सभा, ऑस्ट्रेलिया के साथ द्विपक्षीय बैठकों में भाग लिया और परस्पर हितों के मुद्दों पर बातचीत की।

नामीबिया के अध्यक्ष से चीतों पर हुई बात

पी-20 सम्मेलन के दौरान स्पीकर बिरला की भेेंट नामीबिया की नेशनल कांउसिल के अध्यक्ष लुकास सिनिम्बो मुहा से भी हुई। इस दौरान दोनों के बीच हाल ही में नामीबिया से भारत लाए गए चीतों से लेकर अन्य विषयों पर बातचीत हुई।