
आर्यन खान ड्रग मामले में गवाह प्रभाकर साली के दावे के बाद नया मोड़ आ गया है। प्रभाकर साली के आरोप के बाद शिवसेना और एनसीपी ने एक बार फिर से एनसीबी की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। शिवसेना सांसद ने तो ट्वीट कर लिखा है कि इस मामले को पुलिस को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। वहीं एनसीपी नेता नवाब मलिक ने लिखा है कि सत्य ही जीतेगा।
संजय राउत ने ट्वीट कर लिखा है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पहले ही कहा था कि यह केस महाराष्ट्र की छवि को खराब करने के लिए बनाया गया है। आगे लिखा कि आर्यन खान केस में गवाह से एनसीबी द्वारा खाली पेज पर हस्ताक्षर कराना चौंकाने वाला मामला है।
रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि काफी पैसे की भी मांग की गई थी। उन्होंने गृहमंत्री दिलीप वालसे को टैग करते हुए लिखा कि इस मामले को पुलिस को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। वहीं एनसीपी नेता ने ट्वीट किया है कि सत्य ही जीतेगा, सत्यमेव जयते।

आर्यन खान मामले में पंच गवाह होने का दावा करने वाले प्रभाकर साली ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। प्रभाकर ने हलफनामे में कहा है कि केपी गोसावी और सैम डिसूजा को कथित तौर पर 18 करोड़ की डील पर बात करते हुए सुना है, इसमें आठ करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को देने की बात कही गई थी। प्रभाकर का दावा है एनसीबी ने उनसे सात से आठ सादे कागज पर साइन करवाए थे। प्रभाकर खुद को केपी गोसावी का बॉडीगार्ड बता रहे हैं।