क्रिप्टो करेन्सी नेटवर्क आधारित वैश्विक मुद्रा है : प्रो. लोढ़ा

ज्ञान गंगा कार्यक्रम में तीन सत्रों में ज्ञानवर्धन व्याख्यानों से संभागी लाभान्वित हुए

ज्ञान गंगा कार्यक्रम आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा राजस्थान, जयपुर एवं मा.ला. वर्मा राजकीय महाविद्यालय, भीलवाड़ा के ई.ए.एफ.एम. विभाग के संयोजन से दिनांक 25 जनवरी, 2021 से 01 फरवरी, 2021 तक आयोजित ज्ञान गंगा कार्यक्रम में बुधवार को तीन सत्रों में ज्ञानवर्धन व्याख्यानों से संभागी लाभान्वित हुए।

कार्यक्रम के अध्यक्ष, कॉलेज शिक्षा आयुक्त, सन्देश नायक ने ऑनलाईन ज्ञान गंगा कार्यक्रम में जुड़कर सभी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन करते हुए, उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम का आरम्भ प्राचार्य डॉ. के.सी. पंचोली के स्वागत उद्बोधन से हुआ। प्रथम सत्र में प्रो. गौरव लोढ़ा (मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर) ने क्रिप्टो करेन्सी पर विचार व्यक्त किये। प्रो. लोढ़ा ने बताया कि क्रिप्टो करेन्सी नेटवर्क आधारित वैश्विक मुद्रा है।

द्वितीय सत्र को सम्बोन्धित करते हुए, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के पूर्व प्रो. डॉ. एन.डी. माथुर ने वैश्विकरण एवं समतल दुनिया की अर्थव्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए नेहरू से मनमोहन सिंह तक अर्थव्यवस्था में आये परिवर्तन को समझाया एवं अमर्त्य सेन के मानवता आधारित आर्थिक विचारों को विश्लेषित करते हुए, जगदीश भवगती के बाजार आधारित विकास की अवधारण का भी जिक्र किया।

तृतीय सत्र में प्रो. के. एल. शर्मा ने कार्मिकों हेतु कर नियोजन विषय पर उद्बोधन देते हुए आयकर की पुरानी व नई स्कीम को सविस्तार समझाया। तीनों सत्रों में विद्वान वक्ताओं ने संभागियों की जिज्ञासाओं को शान्त किया।

महाविद्यालय में नवाचार प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. राधा सारस्वत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. चेतना कुमावत ने किया।

इस कार्यक्रम में प्रो. मनीषा उदावत, डॉ. शैलजा उपमन्यू, डॉ. बी.एल. जागेटिया, डॉ. एस.सी. तिवारी, डॉ. अनिल कुमार त्रिपाठी एवं अन्य वरिष्ठ संकाय सदस्य उपस्थित रहें।