सितंबर तिमाही के दौरान कर्ज रफ्तार पड़ी धीमी

रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर तिमाही में कर्ज की रफ्तार धीमी हुई है। चालू वित्त वर्ष (2020-21) की दूसरी तिमाही में यह 5.8% रही। पिछले साल की समान तिमाही में यह 8.9% रही थी। वहीं, बैंक डिपॉजिट में अच्छी तेजी देखी गई। पिछले साल की तुलना में बैंक डिपॉजिट सितंबर तिमाही में 11% रहा। यह पिछले साल की समान तिमाही में 10.1% रहा था। यह डेटा RBI के शेड्यूल्ड कमर्शियल बैंकों के तिमाही डिपॉजिट और क्रेडिट स्टैटिस्टिक्स के अनुसार है।

सितंबर तिमाही के दौरान क्रेडिट ग्रोथ में गिरावट लगभग सभी ग्रुप में हुआ। मेट्रोपॉलिटन में यह पिछले साल की 7.2% तुलना में 3.6% रहा। शहरी और ग्रामीण पॉपुलेशन ग्रुप में भी इसमें गिरावट देखने को मिली। सालाना आधार पर सितंबर तिमाही में प्राइवेट बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ 6.9% रही, जो एक साल पहले 14.4% रही थी। दूसरी ओर, सरकारी क्षेत्र के बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ में हल्की बढ़त दर्ज की गई। सितंबर तिमाही में यह 5.7% रही, जो पिछले साल की समान तिमाही में 5.2% रही थी।

क्रेडिट ग्रोथ के मुकाबले डिपॉजिट ग्रोथ की रफ्तार बेहतर रहने से दोनों की बीच का रेशियो भी घटा है। सितंबर तिमाही में यह 72% हो गया, जो पिछली तिमाही में 73.1% रहा था। मेट्रोपॉलिटन ब्रांचों में यह रेशियो 88.4% रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 90.9% रहा था। दरअसल, क्रेडिट और डिपॉजिट के बीच के रेशियो मेट्रोपॉलिटन ब्रांच लीड करते हैं। डेटा के मुताबिक तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और चंडीगढ़ के लिए यह रेशियो 100% ही रहा।