सुमन सप्ताह के अंतर्गत जिला स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला का हुआ आयोजन

गर्भवती और नवजात को गुणवत्तापूर्ण ईलाज मुहैया करवाने में सशक्त भूमिका निभाएगा सुमन कार्यक्रम

धौलपुर। गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं और शिशुओं को सरकारी अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए एसयूएमएएन सुमन यानी सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम 22 नवम्बर से शरू हो गया है इस के अंतर्गत जिला स्तरीय आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन स्वास्थ्य भवन में हुआ।

कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गोपाल प्रसाद गोयल ने बताया कि सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम के अंतर्गत जिले में तीन श्रेणियों में 7 चिकित्सा संस्थान जिनमें जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल बाड़ी, सीएचसी बसेड़ी, मनिया, सैपऊ, सरमथुरा शामिल है।

उन्होंने बताया कि राज्य स्तर से प्राप्त निर्देश पर 27 नवम्बर तक जिले में सुमन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा इसके अतिरिक्त माताओं और शिशुओं का जीवन बचाने हेतु अनुकरणीय कार्य करने वाले सेवा प्रदाताओं को सम्मानित किया जाएगा।

साथ ही आशा, एएनएम संवाद और प्रसूति योजना दिवस कार्यक्रमों के आयोजन के माध्यम से सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम के संबंध में जागरूकता लाई जाएगी। इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्य के 03 सर्वश्रेष्ठ जिले, 05 सर्वश्रेष्ठ ब्लॉक और 10 सर्वश्रेष्ठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को राज्य स्तर पर सम्मानित किया जायेगा।

आरसीएचओ डॉ. शिव कुमार शर्मा ने बताया कि सुमन कार्यक्रम के जरिए गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं का गुणवत्तापूर्ण ईलाज के साथ उन्हें संचालित योजनाओं का 100 प्रतिशत लाभ मुहैया कराया जाएगा. इस कार्यक्रम को प्रारम्भ करने का मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्युदर में कमी लाना है।

कार्यशाला के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबन्धक शशांक वशिष्ठ ने पीपीटी के माध्यम से सुमन सप्ताह के अंतर्गत होने वाली गतिविधियों से अवगत कराया। इस दौरान उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. चेतराम मीणा, उप निदेशक आईसीडीएस भूपेश गर्ग, सहित पीएचईडी, शिक्षा विभाग के अधिकारी, समस्त खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, खंड कार्यक्रम प्रबन्धक उपस्थित रहे।

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