एचआईवी – एड्स रोकथाम एवं नियंत्रण एक्ट – 2017 पर आयोजित हुई जिला स्तरीय कार्यशाला

  • एचआईवी/एड्स संक्रमित लोगों से भेदभाव करने पर होगा एक लाख का जुर्माना और 2 साल की जेल

बाड़मेर। एचआईवी के साथ जी रहे और प्रभावित लोगों के साथ भेदभाव और उनकी गोपनीयता भंग करना अब अपराध की श्रेणी में माना जाएगा। ऐसा करने वालों को दो साल तक की जेल और एक लाख रुपए तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इस संदर्भ में एचआईवी/एड्स एक्ट 2017 21अप्रैल 2017 को पारित कर इसे दस सितम्बर 2018 को पूरे देश में लागू कर दिया गया है। यह बात नाको के रीजनल कोर्डिनेटर नाहिद मोहम्मद ने एच आई वी एक्ट 2017 कार्यशाला को संबोधित करते हुए कही। कार्यशाला का आयोजन राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी व एआरटी सेंटर राजकीय चिकित्सालय बाड़मेर द्वारा किया गया था। जिसमें जिले के विभिन्न विभागों के संबंधित अधिकारियों ने शिरकत करते हुए एक्ट 2017 की जानकारी प्राप्त की ।

इस अवसर पर राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी के उपनिदेशक सीताराम ने एक्ट की बारीकी पर समझाइश करते हुए कहा, कि इस एक्ट के लागू हो जाने के बाद एचआईवी के साथ जी रहे लोगों को संपत्‍ति में पूरा अधिकार और स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं से जुड़ी हर मुमकिन मदद मिल सकेगी। एक्ट में साफ किया गया है कि इस तरह के मरीजों से भेदभाव को अपराध की श्रेणी में माना जाएगा। सोसायटी के हर्ष अग्रवाल ने कहा कि ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंशी वायरस एंड एक्वायर्ड इम्यून डेफिसिएंशी सिंड्रोम (प्रिवेंशन एंड कंट्रोल) एक्ट, 2017, एक्ट में संरक्षित लोगों के लिए एचआईवी की रोकथाम हेतु दी जाने वाली सेवाओं मै सुधार के लिए शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करने के लिए प्रावधान किया गया है।

राजकीय चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ बी एल मसूरिया ने कानून के प्रभाव में आने से स्वास्थ्य सेवाओं, नौकरी पाने, किराए पर रहने, घर पाने और सरकारी एवं निजी शिक्षण संस्थानों में दाखिला पाने मै एच आई वी संक्रमित लोगों के साथ होने वाला भेदभाव खत्म होगा। इस अवसर पर जिला क्षय एवं अधिकारी डॉ अरविंद भट्ट व डिप्टी सीएमएचओ डॉ पीसी दीपन ने पीएलएचआईवी के अधिकारों के  प्रति जागरूकता के लिएए आर टी सेंटर व सीएससी को मजबूत कड़ी बताया। वहीं इस अवसर पर नोडल अधिकारी डॉ दिनेश परमार ने पीएलएचआईवी लोगों को सामाजिक सुरक्षा इत्यादि सुविधाओं के लाभ के लिए समाज कल्याण विभाग, राजस्थान रोडवेज, महिला बाल कल्याण विकास, रसद विभाग, पुलिस प्रशासन अधिकारियों व प्रतिनिधियों को सहयोग करने की अपील की।

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अतिरिक्त नोडल अधिकारी डॉ अनिल सेठिया ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर पुलिस प्रशासन के सब इंस्पेक्टर राम निवास, समाज कल्याण विभाग के महेश कुमार, राजस्थान रोडवेज डिपो के शंकर गिरी, देवाराम, डेपकु के नवरत्न सोनी, भगवान सिंह, मोरारका फाउंडेशन के प्रताप नेहरा, बीएनपी संस्थान के देविदान चारण, जिला चिकित्सालय के हरीश चौहान, डॉ एमएल शारदा, डा हनुमानराम चोधरी, डा शालू परिहार, डॉ खेताराम सोनी, उपनियंत्रक डॉ प्रतीक सागर, डॉ अमित शांडिल्य, डॉ सिद्धार्थ चौहान, डा वीरेंद्र, डॉ अरविंद चौधरी, डॉ जगदीश पटेल, डॉ रणजीत, डॉ राजेश कुमार, डा सुरेश गहलोत, डॉ कमला विर्त, डॉ प्रकाश, डॉ हेमराज सोनी, सह नर्सिंग अधीक्षक सुरेश छंगाणी, पीपीटीसी काउंसलर शांति चौधरी, आईसीटीसी काउंसलर मनीष शर्मा, ए आर टी सेंटर स्टाफनर्स महादान सिंह, काउंसलर अनंत सचान, अल्का शर्मा, एलटी प्रकाश चन्द्र, सीसीसी दिनेश शर्मा, ब्लड बैंक पी आर ओ जोगेंद्र कुमार माली इत्यादि अधिकारी व कार्मिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डाटा मैनेजर अबरार मोहम्मद ने किया।