
उच्च अध्ययन संस्थान मानित विश्वविद्यालय का आभाषी दीक्षांत समारोह
जयपुर । राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि कृषि से जुड़े सभी नीति निर्धारकों, वैज्ञानिकों, अध्यापकों, उद्यमियों और विद्यार्थियों पर बड़ी ज़िम्मेदारी है। कृषि को नए आयामों पर ले जाने में को कसर नहीं छोड़ें और कृषक वर्ग को आय सुरक्षा प्रदान करने में अपना योगदान दें। इस क्षेत्र में अनुसन्धान, नए उद्यमों व नवाचार की अभी बहुत गुंजाइश हैं। इस क्षेत्र में काफी कुछ किया गया है और काफी कुछ किया जाना बाकी है। वैश्वीकरण के प्रभावों से कृषि क्षेत्र अछूता नही है। वैश्वीकरण का लाभ उठाने के लिए कृषि उत्पादों में गुणवत्ता एवं मूल्य संवर्धन पर अधिक काम करने की आवश्यकता है।
राज्यपाल मिश्र राजभवन से वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से सरदारशहर स्थित उच्च अध्ययन संस्थान मानित विश्वविद्यालय के पांचवे दीक्षांत समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि भारत ऎसा देश हैं, जहाँ नौजवानों की संख्या अधिक है। इन युवाओं की ऊर्जा व समझदारी से हम देश को न ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
राज्यपाल ने कहा कि भारत ऎसा देश हैं, जहाँ नौजवानों की संख्या अधिक है
राज्यपाल ने कहा कि सभी युवा, देश में कृषि व किसानों की स्थिति सुधारने में महत्ती भूमिका निभाते हुए कृषि को एक लाभकारी उद्यम बनाने में सहयोग करें ताकि भविष्य में कृषि व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों का रुझान बढ़ सके। युवाओं के पास सपने पूरे करने व मुकाम हासिल करने के अनेक अवसर हैं। ज़रुरत है युवा अच्छी कार्य योजना बनाकर इन अवसरों का लाभ उठायें और अपनी मेहनत के बल पर आगे बढ़ें और देश की प्रगति में भागीदार बनें।
राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 की महामारी ने जीवन के परिदृश्य को बदल कर रख दिया है। आज संपूर्ण विश्व इस परेशानी से जूझ रहा है व सभी पूर्ण सतर्कता के साथ इस महामारी को हराने में लगे हैं। अचानक आई इस विपदा ने मानव जाति को संकट में डाल दिया है, किंतु हम सभी ने इस परेशानी का पूरे साहस से सामना किया है व हार नहीं मानी है। उन्होंने कहा कि आज उद्यमों के नए रूप सामने आये हैं।
डिजिटल तरीकों से पढ़ा हो रही है। छोटी व बड़ी सभी उम्र के लोगों ने इसका प्रयोग सीख कर काम करना शुरू कर दिया है। बड़े-बड़े आयोजन डिजिटल तरीकों से हो रहे हैं। शुरू में कुछ क्षेत्रों को नुकसान हुआ पर सरकार, उद्यमियों व कृषकों के मिले-जुले प्रयासों की वजह से अब अच्छे परिणाम सामने आ रहे हैं।
राज्यपाल ने कहा कि इस महामारी के समय जिस तरह से ग्रामीणों को, शहरों से अपने गांवों की तरफ दौड़ना पड़ा, वह अत्यंत पीड़ादायक रहा। वर्तमान समय में विशेष तौर पर शैक्षिक क्षेत्र में मूल्यों का हस सर्वत्र दृष्टिगोचर हो रहा है। ऎसे में प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक सतत रूप में मूल्यों के संवर्धन की महती आवश्यकता है।
दीक्षांत समारोह में छात्रों और छात्राओं को स्वर्ण पदक ओर उपाधि प्रदान की गई। राज्यपाल श्री कलराज मिश्र की मौजदूगी में आयोजित प्रदेश का यह दूसरा आभाषी दीक्षांत समारोह था। समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति, पंजीयक, राज्यपाल के सचिव श्री सुबीर कुमार और प्रमुख विशेषाधिकारी गोेविन्दराम जायसवाल मौजूद थे।