
हाई यूरिक एसिड एक आम समस्या है, जो इन दिनों कई लोगों के लिए परेशानी की वजह से बनी हुई है। शरीर में यूरिक एसिड का बढ़ता हुआ स्तर कई गंभीर समस्याओं का कारण बनता है। खासकर यह किडनी पर बुरा असर डालता है, जिसके बारे अक्सर लोग कम ही जानते हैं। शरीर में यूरिक एसिड का लेवल किडनी की फंक्शनिंग पर सीधा असर डालता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कुछ किडनी पर कैसे असर डालता है हाई यूरिक एसिड और कैसे करें इससे बचाव।
किडनी स्टोन

हाइपरयूरिसीमिया यानी हाई यूरिक एसिड की वजह से क्रिस्टल बनना शुरू हो जाता है, जो जोड़ों में जमा हो सकता है, जिससे गाउट (गठिया का एक प्रकार) हो सकता है। ये क्रिस्टल किडनी में भी जमा हो सकते हैं, जिससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है। यूरिक एसिड के कारण होने वाले स्टोन सभी किडनी स्टोन के लगभग 5-10 प्रतिशत होते हैं। ये स्टोन यूरिनरी ट्रैक्ट को बाधित कर सकते हैं, जिससे गंभीर दर्द, हेमट्यूरिया (यूरिन में खून) और संभावित किडनी डैमेज हो सकता है।
यूरिक एसिड क्रिस्टल
शरीर में यूरिक एसिड का लेवल बढऩे से क्रिस्टल जमा होने लगते हैं। ये क्रिस्टल कई वजहों से बनते हैं, जिनमें यूरिन का लो पीएच लेवल, डिहाईड्रेशन और डाइट में ज्यादा प्यूरीन शामिल हैं। जब यूरिन ज्यादा एसिडिक होती है, तो यह यूरिक एसिड के क्रिस्टलाइजेशन को बढ़ावा देता है, जिससे स्टोन बनने का जोखिम बढ़ जाता है।
क्रोनिक किडनी डिजीज
क्रोनिक हाइपरयूरिसीमिया क्रोनिक किडनी डिजीज के विकास का एक प्रमुख कारण है। कुछ अध्ययनों से पता चला है कि हाई यूरिक एसिड किडनी के टिश्यूज में सूजन, ऑक्सीडेटिव तनाव और फाइब्रोसिस को बढ़ावा देकर किडनी फंक्शनिंग को खराब करने में योगदान देता है। समय के साथ, यह किडनी फंक्शन में गिरावट और सीकेडी के विकास का कारण बन सकता है।
कैसे करें इससे बचाव
हाइपरयूरिसीमिया को मैनेज करने और किडनी हेल्थ पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव और दवाएं दोनों शामिल हैं।
डाइट में बदलाव, जैसे कि प्यूरीन रिच फूड्स (ऑर्गन मीट, शेलफिश) और शराब से परहेज करना, यूरिक एसिड के लवेल को कम करने में मदद कर सकता है।
यूरिन में यूरिक एसिड को पतला करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी जरूरी है, जिससे क्रिस्टल बनने की संभावना कम हो जाती है।
ज्यादा गंभीर मामलों में, यूरिक एसिड के प्रोडक्शन को कम करने या इसके एक्सक्रीशन को बढ़ाने के लिए यूरेट-कम करने वाली दवाएं ली जा सकती हैं। ये दवाएं यूरिक एसिड क्रिस्टल के बनने और किडनी स्टोन के विकास को रोक सकती हैं।
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