टॉयलेट में भूलकर भी नहीं करें फोन का इस्तेमाल, एक नहीं कई बार हो सकते हैं संक्रमण के शिकार

टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल
टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल

टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में भारत के अंदर प्रगति प्रौद्योगिकी-आधारित विकास के युग की शुरुआत हो रही है। इस युग में स्मार्ट फोन लोगों की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गया है। स्मार्ट फोन लोगों की आदत में इस कदर शुमार है कि लोग एक पल भी बिना फोन के नहीं रह सकते हैं। कुछ लोगों की आदत तो ऐसी है कि टॉयलेट के अंदर बैठकर फोन चलाते हैं, लेकिन लोगों की आदत उनको मौत के मुंह में धकेलने का काम कर रही है। दरअसल, टॉयलेट के अंदर बैक्टीरिया और यूरिन इंफेक्शन का खतरा हमेशा बना रहता है। अगर लोग टॉयलेट के अंदर अपना मोबाइल लेकर जाते हैं तो लोग जानलेवा बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। आइए जानते हैं कौनसी है वो बीमारियां और इनसे बचाव के उपाय क्या है।

क्यों हानिकारक है ये आदत?

क्यों हानिकारक है ये आदत?
क्यों हानिकारक है ये आदत?

हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं, टॉयलेट की सीट और वहां मौजूद चीजें जैसे बाल्टी-मग आदि पर लाखों वायरस-बैक्टीरिया हो सकते हैं। जब आप इनके इस्तेमाल के बाद फोन को छूते हैं तो हाथों के माध्मय से बैक्टीरिया आपको फोन पर चिपक जाते हैं। इसका एक जोखिम यह भी है कि आपका स्मार्टफोन शौच में मौजूद बैक्टीरिया से दूषित हो सकता है। इस तरह के एक अध्ययन में शोधकर्ताओं ने फोन में ई.कोलाई और अन्य माइक्रोबियल की मौजूदगी का पता लगाया। ब्रिटेन के एक शोध अध्ययन में पाया गया कि औसत स्मार्टफोन स्क्रीन पर टॉयलेट सीट से भी ज्यादा बैक्टीरिया हो सकते हैं।

कीटाणुओं का वाहक बन सकता है आपका फोन

कीटाणुओं का वाहक बन सकता है आपका फोन
कीटाणुओं का वाहक बन सकता है आपका फोन

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं जो फोन आप टॉयलेट से बाहर लेकर आते हैं उसका अगर परीक्षण किया जाए तो यह कीटाणुओं के घर जैसा दिख सकता है। हम अपने हाथों को तो धो लेते हैं पर फोन को साफ नहीं करते हैं। ऐसे में लंबे समय तक जम्र्स फोन की स्क्रीन पर रह सकते हैं और जब-जब इसपर हाथ लगाते हैं तो उसके माध्यम से ये नाक और मुंह के रास्ते पेट में जा सकते हैं।

इससे कब्ज का भी बढ़ जाता है जोखिम

टॉयलेट में लंबे समय तक फोन के इस्तेमाल के कारण कब्ज होने का खतरा हो सकता है, क्योंकि आपका शरीर बाथरूम में बहुत लंबे और अप्राकृतिक समय तक बैठने का आदी हो जाता है। इसके अलावा, वॉशरूम में आपका 30 मिनट तक बैठने का समय बवासीर का भी खतरा बढ़ा देता है।

इस आदत से कैसे पाएं छुटकारा

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं सबसे पहले केवल तब तक ही शौचालय पर बैठना चाहिए जब तक आपकी वास्तविक जरूरत हो। यदि कुछ मिनटों के बाद मल त्याग नहीं होता है, तो जबरदस्ती बैठे रहने का लाभ नहीं है। जब आप बहुत देर तक प्रयास करते रहते हैं असल में इसी समय फोन की आवश्यकता होती है। इसके बजाय उठिए और कुछ और करिए। जब आपको दोबारा जाने की इच्छा हो, तो आप शौचालय में जाएं।

यह भी पढ़ें : बंपर गार्ड लगवाने की नहीं करें भूल, कट जाएगा चालान, आज जानें बंपर हटवाने की वजह