केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कोरोना वायरस संकट के बीच लोगों से रमजान के पवित्र महीने में घर में ही रहकर इबादत करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि देश के सभी मुस्लिम धर्मगुरु, इमाम, धार्मिक-सामाजिक संगठनों और भारतीय मुस्लिम समाज ने संयुक्त रूप से 24 अप्रैल से शुरू हो रहे रमजान के पवित्र महीने में घरों में ही रह कर इबादत करने का निर्णय लिया है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को जारी बयान में लोगों से अपील की कि कोरोना के कारण रमजान के पवित्र महीने में धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें। मंत्री ने लोगों से अपने घरों में ही रहकर इबादत करने और लॉकडाउन को पूर्ण समर्थन देने की बात कही।
मुख्तार अब्बास नकवी की रमजान में घर में ही रहकर इबादत करने की अपील
उन्होंने कहा है कि धर्म निरपेक्षता और सौहार्द भारत और भारतवासियों के लिए राजनीतिक फैशन नहीं, बल्कि जज्बा है। इसी समावेशी संस्कार और प्रतिबद्धता ने दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को अनेकता में एकता के सूत्र में बांधकर रखा है।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि भारत में अल्पसं यकों सहित देश के सभी नागरिकों को संवैधानिक, सामाजिक और धार्मिक अधिकार संवैधानिक और नैतिक गारंटी है. उन्होंने कहा कि किसी भी हालत में हमारी अनेकता में एकता की ताकत कमजोर नहीं हो सकती। हमें सतर्क और एकजुट होकर ऐसी ताकतों के दुष्प्रचार को हराना है।
फेक न्यूज से रहें सतर्क
केंद्रीय मंत्री ने फेक न्यूज, भडक़ाऊ भाषण और अफवाह फैलाने वालों से सजग रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस साजिश से हमें होशियार रहना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत में सभी नागरिकों की सलामती के लिए काम हो रहा है।
इस तरह की साजिश से कोरोना के खिलाफ देश की सामूहिक जंग को कमजोर नहीं होने देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश एकजुट होकर धर्म, क्षेत्र, जाति की संकीर्ण सीमाओं से ऊपर उठकर कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।