अलवर
प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र का कहना है कि शिक्षा का तात्पर्य विद्यार्थी का सर्वांगीण विकास है जिसमें विद्यार्थी राष्ट्र एवं समाज के निर्माण में अपनी महती भूमिका अदा करता है। कलराज मिश्र बुधवार को प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित राजऋषि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह में सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मत्स्य विश्वविद्यालय की स्थापना 23 अगस्त 2012 को उच्च शिक्षा की समस्त सम्भावनाओं को मत्स्य अॅंचल में साकार करने के लिए हुई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन की दिशा का निर्धारण करती है साथ ही अपने अधिकारों के साथ कर्तव्य बोध से भी जोड़ती है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों से आह्वान किया कि विश्वविद्यालय में सौहार्द के वातावरण निर्माण के साथ समयबद्ध योजना बनाकर आगे बढ़ें और अपने जीवन का लक्ष्य अर्जित करें। उन्होंने कहा कि पदक वितरण तालिका को देखने पर पता चला कि विश्वविद्यालय में श्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन करने में बेटियां अग्रणी हैं जो कि गौरव का विषय है, क्योंकि बेटियां एक नहीं दो परिवारों को उत्थान करती हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गत 26 नवम्बर को पूरे देश में 70वॉ संविधान दिवस मनाया गया। संविधान हमारा मूल ग्रन्थ है जिसकी प्रस्तावना में राष्ट्र की मूल भावना का उल्लेख है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में आज युवा पीढ़ी को संविधान में प्रदत कर्तव्यों को आचरण में लाकर आगे बढऩा चाहिए तभी ये कदम राष्ट्र निर्माण में मील का पत्थर साबित होंगे। इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग मंत्री भॅंवर सिंह भाटी ने मत्स्य विश्वविद्यालय के सम्पूर्ण स्टाफ को बधाई देते हुए अल्प समय में ही बेहतर उपलब्धियों के लिए सराहा। उन्होंने कहा कि मत्स्य विश्वविद्यालय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रा के भाग के रूप में सम्पूर्ण जिले की उच्च शिक्षा को स्वयं में समाहित किए हुए है। उन्होंने कहा कि यहां के विद्यार्थियों को शिक्षण एवं पाठ्येतर गतिविधियों के सम्पूर्ण आयाम मिले इसके लिए राज्य सरकार सजग है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने उच्च शिक्षा को आमजन तक पहुॅंचाने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत प्रत्येक तहसील मुख्यालय पर महाविद्यालय खोलने की नीति के तहत हाल ही में एक साथ 50 महाविद्यालय प्रारम्भ किए हैं जो कि राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में ऐतिहासिक कार्य है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राजकीय महाविद्यालयों में बेटियों को उच्च शिक्षा नि:शुल्क करवाकर महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इससे पूर्व राजऋषि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अश्वनी कुमार बंसल द्वारा अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया गया कि इस विश्वविद्यालय का भवन मालाखेडा तहसील के ग्राम हल्दिना में 123 एकड़ भूमि पर बन रहा है। इसमें छात्रों के लिए होस्टल, क्लास रूप एवं अध्यापकों के लिए गेस्ट हाउस बनाने की भी योजना है। विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन एवं प्रशासनिक भवन के निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। इसके साथ ही शोध के क्षेत्रा में विभिन्न संकायों के 450 शोधार्थियों को 117 रिसर्च सुपवाईजर गाइड कर रहे हैं।