सनातन धर्म में पूजा-पद्धति का बड़ा महत्व है। मन की शांति और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे लोग इसके लिए पूजा-पाठ और ईश्वर का ध्यान करते हैं। सनातनी परंपरा के अनुयायी अपने घरों के मंदिर में देवी-देवताओं की प्रतिमा रखकर उन्हें पूजते हैं। आपने घर के मंदिर में कई देवी-देवताओं की मूर्ति देखी होगी, लेकिन क्या आपने कभी शनि महाराज की मूर्ति घर के मंदिर में देखी है, तो जवाब है नहीं। दरअसल, शास्त्रों के अनुसार घर पर शनि की प्रतिमा को नहीं रखा जाता है।
आइए जानते हैं क्यों?….
शास्त्र के अनुसार शनिदेव की मूर्ति घर के मंदिर में नहीं रखनी चाहिए बल्कि इनकी पूजा घर के बाहर किसी मंदिर में ही करने का विधान बताया गया है। मान्यता है कि शनिदेव को श्राप मिला हुआ है कि वे जिस भी किसी को देखेंगे, उसका अनिष्ट हो जाएगा। शनिदेव की दृष्टि से बचने के लिए घर पर उनकी मूर्ति नहीं लगानी चाहिए।
अगर आप मंदिर में शनिदेव के दर्शन करने जाएं तो उनके पैरों की तरफ देखें ना कि उनकी आंखों में आंख डाल कर उनके दर्शन करें। ऐसे में यदि आप घर में शनि देव की पूजा करना चाहते हैं तो उनका मन में स्मरण करें। साथ ही शनिवार को हनुमान जी की भी पूजा करें और शनिदेव को भी याद करें। इससे भी शनि प्रसन्न होते हैं।