
जयपुर। कोरोना की दूसरी लहर के बाद घरेलू सैलानियों से जयपुर समेत प्रदेश के पर्यटन स्थल गुलजार हो रहे थे। लेकिन पिछले एक सप्ताह से कोरोना संक्रमण की बेकाबू होती स्थिति और इसकी रोकथाम के लिए सरकार की ओर से गाइड लाइन जारी होते ही सैलानियों के कदम ठिठक गए हैं। उम्मीद की जा रही थी 30 और 31 दिसंबर को जयपुर शहर के आमेर समेत अन्य पर्यटन स्थलों में सैलानियों का सैलाब आएगा। लेकिन गाइड लाइन जारी होते ही इन पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की संख्या में कमी होना शुरू हो गया।
नई गाइड लाइन जारी होने के पहले दिन ही आमेर महल में जाने वाले सैलानियों की संख्या में 700 की कमी दर्ज की गई। क्योंकि अब लोग अपने घरों में ही रह कर नए वर्ष का जश्न मनाना ही ज्यादा सुरक्षित समझ रहे हैं।
पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण बढने के साथ ही सैलानियों की संख्या में भी कमी दर्ज की जा रही है। इसका असर 31 दिसंबर को भी देखने को मिल सकता है। हांलाकि पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों पर कोविड गाइड लाइन का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बिना मास्क के किसी भी पर्यटन स्थल पर सैलानियों को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। उधर एकाएक कोरोना के मामले बढऩे पर पर्यटन स्थलों पर कोरोना पर्यटकों की संख्या और भी ज्यादा गिरने की संभावना बताई जा रही है। वैसे अब 5 जनवरी तक प्रदेश में पर्यटन स्थल गुलजार रह सकते हैं।