
जयपुर। ट्विटर पर महिलाओं की उठक बैठक लगाने का वीडियो जारी कर उसे राजस्थान पुलिस का बताकर ट्वीट करने वालों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि ट्विटर पर महिलाओं से उठक बैठक लगवाने का वीडियो जारी होने पर तत्काल इस मामले की जांच करवाई गई।
ट्विटर पर महिलाओं की उठक बैठक का वीडियो राजस्थान पुलिस का बताकर ट्वीट करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश
जांच से यह स्पष्ट हुआ कि संबंधित वीडियो भीलवाड़ा जिले के एक ग्राम का है। करीब 20 दिन पूर्व वन क्षेत्र में अवैध रूप से लकड़ियां काटने वाली महिलाओं से लकड़िया जप्त कर वनपाल ने उठक बैठक लगवाई थी और यह वीडियो बनाया गया था ।
इस वीडियो को राजस्थान पुलिस द्वारा महिलाओं से उठक बैठक लगवाने की कार्यवाही बताकर ट्विटर पर झूठी जानकारी दी गई है ।
पुलिस की सोशल मीडिया इकाई को झूठा वीडियो जारी कर भ्रम फैलाने के मामले में नियमानुसार कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं।
जालोर को जोधपुर मेडिकल कॉलेज से तथा सिरोही को पाली मेडिकल कॉलेज से संबद्ध किया
शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गालरिया ने बताया कि कोरोना महामारी से बचाव के मध्यनजर राजस्थान सरकार ने विगत 5 मई को आदेश जारी कर प्रदेशभर के जिलों को विभिन्न सम्बन्धित मेडिकल कॉलेज से कोरोना की टेस्टिंग के लिये सम्बद्ध किया था।
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इस आदेश में आंशिक संशोधन करते हुए जालोर को मेडिकल कॉलेज जोधपुर एवं सिरोही को मेडिकल कॉलेज पाली से सम्बद्ध किया गया है। उन्होंने बताया कि बाकी आदेश यथावत रहेंगे।