
मशहूर संगीतकार रामलक्ष्मण (78) का निधन हो गया। हिन्दी सिने इतिहास की सूरज बड़जात्या की फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ (1994) और ‘हम साथ साथ हैं’ (1999) जैसी सबसे बड़ी हिट फिल्मों में उन्होंने संगीत दिया। उन्हें साल 1988 में आई फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ से बड़ा ब्रेक मिला था। फिल्म के गाने सुपरहिट रहे। बाद में उन्होंने सूरज बड़जात्या की फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ (1994) और ‘हम साथ साथ हैं’ (1999) में भी उन्होंने संगीत दिया।रामलक्ष्मण का असली नाम विजय पाटिल था। नागपुर स्थित अपने घर में उन्होंने अंतिम सांस ली।
रामलक्ष्मण के निधन से न सिर्फ उनका परिवार बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर है। उनके निधन की खबर ने सभी का सदमें में ला दिया है। उन्होंने करीब 75 फिल्मों में संगीत दिया है। पहले रामलक्ष्मण ‘लक्ष्मण’ के नाम से जाने जाते थे। उनके साथ राम की जोड़ी थी और हिंदी सिनेमा जगत में राम-लक्ष्मण मिलकर संगीत देते थे। लेकिन राम के निधन के बाद लक्ष्मण ने अपने नाम के आगे राम जोड़ लिया और अपना पूरा नाम रामलक्ष्मण रख लिया।