
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 66वां दिन है। लेकिन, पिछले 4 दिन में 2 बार हुई हिंसा के बाद आंदोलन अब नया मोड़ ले रहा है। सिंघु बॉर्डर के साथ ही अब गाजीपुर भी बड़ा पॉइंट बनता नजर आ रहा है, क्योंकि यूपी के किसानों का गाजीपुर पहुंचने का सिलसिला जारी है। यह फैसला मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को हुई महापंचायत में लिया गया, ताकि आंदोलन को मजबूत किया जा सके।
उधर, किसान नेता आज एक दिन का उपवास रखकर सद्भावना दिवस मना रहे हैं। इसके जरिए वे 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा का प्रायश्चित करना चाहते हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को अब राजनीतिक दल खुलकर समर्थन देने लगे हैं।
इंडियन नेशनल लोकदल के महासचिव अभय चौटाला आज टिकैत से मिलेंगे। इससे पहले शुक्रवार को राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी और दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया गाजीपुर पहुंचे थे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी टिकैत से कहा कि उनकी पार्टी किसानों के साथ है।

किसान आंदोलन के सबसे बड़े पॉइंट सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को स्थानीय लोगों और किसानों के बीच हिंसा हो गई। इसमें 5 पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक उपद्रवी ने एसएचओ पर तलवार से हमला कर दिया था। इस मामले में अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।