डॉ जोगाराम ने कहा- जिले में 50 से अधिक केन्द्रों पर किसान कर रहे हैं फसल का विक्रय

dr jogarama
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डॉ जोगाराम ने जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जारी सरसों, चने और गेहूं की खरीद एवं भण्डारण कार्य की शुक्रवार को समीक्षा की।

  • जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद एवं भण्डारणकार्य की समीक्षा
  • खरीद केंद्रों पर आने वाले किसानों की सुविधा का ध्यान रखने और भण्डारण व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश

जयपुर। जिला कलक्टर डॉ जोगाराम ने जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर जारी सरसों, चने और गेहूं की खरीद एवं भण्डारण कार्य की शुक्रवार को समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देष  दिए कि खरीद केन्द्र पर आने वाले किसान को गिरदावरी के अनुसार उपज के विक्रय में किसी तरह की  परेषानी नहीं आए। उन्होंने राजफैड के अधिकारियों को क्रय की गई फसलों के भण्डारण की व्यवस्थाओं  में जल्द से जल्द सुधार करने के निर्देष दिए।

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डॉ.जोगाराम ने बताया कि जिले में किसान क्रय विक्रय सहकारी समिति के कुल 14 केंद्रों पर  गेहूं, चना एवं सरसों की फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है। इसके अलावा ग्राम  सहकारी समिति के 36 केंद्रों पर किसान अपनी उपज विक्रय  कर रहे हैं। इसके अलावा एफसीआई के पावटा एवं विराट नगर के दो अन्य केन्द्र ों पर भी फसलों की खरीद जारी है। उन्होंने बताया कि किसानों को उनकी फसल के टोकन दिए जाते हैं जिनके आधार पर वह इन केन्द्रों पर अपनी उपज का विक्रय  कर सकता है।

जिला कलक्टर ने बताया कि एक मई से प्रारम्भ किए गए फसलक्रय केन्द्र ों पर वर्तमान में हर  क्रय केन्द्र पर प्रतिदिन करीब 100 किसान अपनी उपज का विक्रयकर रहे हैं। इस प्रकार जिले के सभी  क्रय केन्द्र ों पर प्रतिदिन औसतन 5000 से अधिक किसान अपनी उपज का विक्रय कर रहे हैं। 

डॉ.जोगाराम ने बताया कि जिले में किसान क्रय विक्रय सहकारी समिति के कुल 14 केंद्रों पर  गेहूं, चना एवं सरसों की फसल की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है।

उन्होंने बताया कि अब तक 98 हजार 495 क्विंटल सरसों एवं एक लाख 8 हजार 52 क्विंटल  चने की खरीद की जा चुकी है। क्रय किए जाने के बाद इस फसल को राजफैड द्वारा सम्बन्धित वेयर  हाउस  में  भेजा  जाता  है।  राजफैड  के  चौमूं,  रूपनगढ़  एवं  सीतापुरा  स्थित  गोदामों  में  इस  फसल  का  भण्डारण  किया  जा  रहा है।  बैठक  में  सहकारिता विभाग,  राजफेड,  कृषि  विभाग  एवं  जिला  प्रषासन के  अधिकारी शामिल हुए।