फुटबॉल की ग्लोबल गवर्निंग बॉडी फीफा सार्वजनिक रूप से विवादित यूरोपियन सुपर लीग की आलोचना कर रही थी जबकि निजी तौर पर फीफा की इसके फाउंडर के साथ महीनों तक चर्चा हुई थी और वह इस नई बन रही लीग को समर्थन दे रहा था।
करीब आधा दर्जन फुटबॉल एग्जिक्यूटिव और सुपर लीग में शामिल एक क्लब के मालिक के अनुसार, फीफा अध्यक्ष जियानी इन्फेंटिनो चुपके-चुपके इस लीग को सपोर्ट कर रहे थे। उन्हें और उनके कुछ करीबियों को महीनों से इसकी योजना पता थी।
हालांकि, सुपर लीग की योजना फेल रही और पिछले महीने ही यह प्रोजेक्ट ठंडे बस्ते में चला गया। इस लीग को शुरू करने में यूरोप के 12 बड़े क्लब शामिल थे।
लेकिन फैंस के विरोध प्रदर्शन, टीम और राजनेताओं के दबाव में 48 घंटे से भी कम समय में यह लीग बंद हो गई।
राजनेता लीग को बंद करने के लिए कानून बनाने तक की धमकी दे रहे थे। कई टीमों ने इसका हिस्सा बनने के लिए माफी तक मांगी। फुटबॉल की नींव हिला देने वाले इस प्रोजेक्ट को सपोर्ट करने के कारण फीफा और इन्फेंटिनो की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।