यूनिवर्सल योगा कोंशियसनेस द्वारा पंच दिवसीय ग्लोबल योगा फेस्टिवल सम्पन्न

आचार्य लोकेशजी ने केरल में ‘विश्व शांति सम्मेलन’ का उदघाटन किया

योग संतुलित व्यक्तिगत विकास की पहली सीढी है – आचार्य लोकेश

नई दिल्ली। यूनिवर्सल योगा कोंशियसनेस द्वारा 13-18 मार्च, 2021 तक आयोजित पंच दिवसीय ग्लोबल योगा फेस्टिवल का आयोजन केरल के त्रिस्सूर जिले में सम्पन्न हुआ। विश्व प्रख्यात शांतिदूत जैन आचार्य डॉ लोकेशजी ने इस अवसर पर विश्व शांति सम्मेलन (वर्ल्ड पीस कोंकलेव) का उदघाटन अपने कर कमलों से आयोजक यूनिवर्सल योगा कोंशियसनेस के अध्यक्ष योगी श्री जयदेवनजी एवं सभी गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में किया । इस दौरान गणमान्य अतिथियों सहित काफी संख्या में मौजूद अनुयायियों ने तालियों की गड़गड़ाहट से आचार्य श्री का स्वागत किया। 

विश्व शांतिदूत आचार्य डॉ लोकेशजी अहिंसा विश्व भारती के संस्थापक ने फेस्टिवल के आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि हिंसा और आतंकवाद से आज समूचा विश्व प्रभावित है किन्तु हिंसा और आतंकवाद किसी समस्या का समाधान नहीं है। हिंसा, प्रतिहिंसा को जन्म देती है। भगवान महावीर का अहिंसा और असंग्रह का दर्षन हिंसा और आतंकवाद का स्थायी समाधान है। आज आवश्यकता है अहिंसा के प्रक्षीक्षण की, उसके तेजस्वी स्वरूप को उजागर करने की जिससे हिंसा व आतंकवाद जैसी घटनाओं को रोका जा सके।

उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण से वैचारिक प्रदूषण अधिक खतरनाक है। साम्प्रदायिक कट्टरता, जातिवादी जूनून और सामंतवादी सोच उसी के परिणाम है।  उन्होने कहा कि समाज के विकास से पहले व्यक्तिगत विकास आवश्यक है | योग संतुलित व्यक्तिगत विकास की पहली सीढी है, ध्यान और योग के नियमित अभ्यास से स्वस्थ व समृद्ध जीवन पा सकते है। योग से शरीर, मन और बुद्धि सभी स्वस्थ रहते है | योग करते रहने से किसी भी प्रकार का रोग, शोक, संताप, तनाव, अनिद्रा और बीमारी पास नहीं फटकती है | वर्तमान में विश्व ने योग की भारतीय परंपरा को अपनाया है । वर्तमान कोरोना महामारी की परिस्थिति को  देखते हुए उन्होने कहा कि वर्तमान में योगा थेरेपी द्वारा महामारियों से उत्पन्न बीमारियों के निपटान हेतु अनुसंधान की आवश्यकता  है। योग शिक्षा को प्रारम्भिक शिक्षा से जोड़ा जाना अति आवश्यक है। 

यूनिवर्सल योगा कोंशियसनेस के अध्यक्ष योगी श्री जयदेवनजी ने आचार्य लोकेशजी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि 13-18 मार्च तक चलने वाले इस ग्लोबल योगा फेस्टिवल के साथ साथ 17 मार्च तक दर्शन वेलनेस टूरिस्म एक्स्पो व आरोग्य वेलनेस एक्स्पो भी जारी रहेगा । फेस्टिवल में योग शिक्षाओं से संबन्धित व्याख्यान, मेडिटेशन, प्रशिक्षण, आध्यात्मिक गुरुओं द्वारा संध्या सत्संग, योगा थेरेपी, ध्वनि मेडिटेशन, योगा वर्कशॉप, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित किए गए ।

18 मार्च तक चले इस फेस्टिवल में, देश विदेश से अतिथियों एवं आध्यात्मिक गुरुओं का वेबिनार के माध्यम से मार्गदर्शन मिलता रहा जिसमें प्रख्यात डॉ एम वी भोले, अमेरिका से योगी अमृत देसाई, स्वामी भूमानंदजी तीर्थ, पद्मश्री भारत भूषण, इटली से स्वामी सूर्यनन्दा सरस्वतीजी, डॉ हर्षाजन, पद्मश्री डॉ हरीन्द्रन नायर, डॉ के. ससिधरन, यू के से ल्यूसी दिव्यप्रभा, वैद्यराज हरीनाथ झा, डॉ डी एम वसुदेवन, डॉ के मुरलीधरन पिल्लई, डॉ गोपालकृष्ण प्रभु, स्वामी बोधि चितनन्दा, अमेरिका से योगी सत्यजित जोएल, डॉ श्रुति, योगगुरु सी एम भण्डारी, जापान से योगागुरु गणेश गिरि, अमेरिका से गुरु दिलीप जी, अर्जेंटीना से योगाचार्य संडरेजी आदि भाग लेंगे।