फोर्ड: जानिए क्या है भारत में कारोबार बंद करने की वजह, इतने हजार लोग होंगे बेरोजगार

नई दिल्ली। औद्योगिक जगत में दुनिया की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी फोर्ड ने भारत में अपना काम काज बंद करने की घोषणा की है। अपना कारोबार समेटने को मजबूर हुई फोर्ड के इस कदम के बाद नौकरियों पर संकट मंडरा रहा है। अगर आंकड़ों की बात करें तो वैश्विक स्तर पर फोर्ड 49.76 अरब डॉलर के मार्केट कैप वाली कंपनी है। कंपनी ने गुजरात के साणंद और तमिलनाडु के चेन्नई प्लांट को बंद करने का ऐलान कर सभी लोगों को हैरत में डाल दिया है।

कंपनी की ओर से आधिकारिक तौर पर किए गए ऐलान के मुताबिक गुजरात के साणंद स्थित व्हीकल असेंबली यूनिट मौजूदा वित्त वर्ष के तीसरे तिमाही के आखिर तक यानी दिसंबर तक बंद कर दी जाएगी, वहीं फोर्ड के चेन्नई स्थित इंजन और असेंबली प्लांट को 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान बंद किया जाएगा। फोर्ड के साणंद प्लांट में फोर्ड एस्पायर और फोर्ड फिगो जैसी कार का उत्पादन किया जाता है, यहां हर साल लगभग 2.40 लाख गाडिय़ां बनकर तैयार होती हैं।

जबकि 2 लाख इंजन का हर साल निर्माण किया जाता है। फोर्ड का कारोबार बंद होने से भारत में उसके करीब 4000 से ज्यादा कर्मचारी प्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित होंगे, जबकि डीलर और सब डीलर के पास काम करने वाले करीब 40 हजार लोगों के रोजगार पर भी असर पड़ेगा।