प्रवासी राजस्थानी कोलकाता के पूर्व पार्षद शांतिलाल जैन का निधन

राजनीति व समाजसेवा दोनों से जुड़े थे, समाज के वरिष्ठ लोगों ने बताई अपूर्णीय क्षति

कोलकाता। कोलकाता नगर निगम के पूर्व पार्षद, कलकत्ता ट्रामवेज कंपनी के पूर्व चेयरमैन, कलकत्ता पोर्ट ट्रस्ट के पूर्व ट्रस्टी, प्रवासी राजस्थानी समाजेसवी- राजनेता शांतिलाल जैन (71) का रविवार को प्रात: बांगुड़ एवेन्यू स्थित निवास स्थान पर देहावसान हो गया। वर्ष 1950 में भीनासर (बीकानेर) में जन्मे शांतिलाल जैन की पढ़ाई कोलकाता में हुई। 1969 में उन्होंने भारतीय जनसंघ के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में प्रवेश किया तथा 1985 में कोलकाता नगर निगम में बड़ाबाजार के वार्ड नं. 22 से पार्षद भी बने। दो कार्यकाल के लिए पार्षद रह चुके शांतिलाल जैन भारतीय जनता पार्टी के प्रांत सचिव रहे तथा राजनीति में आजीवन सक्रिय बने रहे।

श्री बड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय के उपाध्यक्ष रहे शांतिलाल जैन पश्चिम बंगाल तथा राजस्थान की अनेकों संस्थाओं से जुड़े थे। राजस्थान परिषद, कलकत्ता पिंजरापोल सोसायटी, विश्व हिन्दू परिषद, बड़ाबाजार लाइब्रेरी, गवरजा माता मंडली, श्याम प्रेम मंडल, भंवरलाल मल्लावत सेवा केन्द्र आदि संस्थाओं में वे अग्रणी कार्यकर्ता थे। सांयकाल नीमतल्ला श्मशान घाट में छोटे बेटे संदीप जैन ने उन्हें मुखाग्नि दी। विजय ओझा, मीना देवी पुरोहित, महावीर बजाज, विजय मारू, राजाराम बिहानी, रामचंद्र अग्रवाल, सुरेन्द्र कुमार जैन, गोविंद जैथलिया, राजकुमार व्यास, प्रकाश चंडालिया, स्वयं प्रकाश पुरोहित व अन्यों ने पहुंचकर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

डॉ प्रेमशंकर त्रिपाठी, महावीर बजाज, भंवरलाल मूंधड़ा, राधेश्याम सोनी, अरुण प्रकाश मल्लावत, सुनीता झंवर, किसन झंवर, बंशीधर शर्मा, डॉ तारा दूगड़, सुधा जैन, दुर्गा व्यास, भागीरथ चांडक, मनोज पाराशर, रामगोपाल सूंघा, उमेश राय, पुरुषोत्तम परसरामपुरिया सुरेंद्र चमडिय़ा, सुशील कोठारी, राजू राठी व अन्यों ने उनके निधन को समाज के लिए अपूरणीय क्षति कहा है।