पांच करोड़ रुपये से ज्यादा के नकली नोट खपा चुके गिरोह का भंडाफोड़

नई दिल्ली
देश में चल रही नकली करेंसी के ज्यादातर मामलों में पाकिस्तान का हाथ सामने आता रहा है। लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो राजधानी में ही बैठकर दो हजार रुपये, पांच सौ रुपये, सौ रुपये और पचास रुपये तक की फर्जी करेंसी बना रहा था। फर्जी करेंसी की क्वालिटी भी इतनी बेहतर पाई गई है कि सामान्य इंसान के लिए उसे पहचान पाना भी बहुत मुश्किल हो सकता है। पुलिस को आशंका है कि लगभग दो साल से चल रहे इस गिरोह ने अब तक पांच करोड़ रुपये तक की करेंसी बनाकर बाजार में चला भी दी है। यह करेंसी दिल्ली और आसपास के बाजारों में खपाई गई है। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने कहा कि मध्यप्रदेश के सतना का रहने वाला तबरेज उर्फ लंगड़ा (35 वर्ष) नाम का व्यक्ति पहले कपड़े का व्यापार करता था। लेकिन कुछ लोगों के संपर्क में आने के बाद उसने दिल्ली में ही फर्जी करेंसी बनाने का काम शुरू कर दिया। दानिश नाम के एक डिजाइनर के माध्यम से उसने लगभग दो साल पहले फर्जी नोटों को बनाने का काम शुरू कर दिया था। वह बीस रुपये की असली करेंसी के बदले 100 रुपये की नकली करेंसी के भाव से दूसरे हैंडलर्स को नकली करेंसी की सप्लाई किया करता था। एक मुखबिर की सूचना के बाद स्पेशल सेल ने गुरुवार को इस गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया। गिरोह के पांच सदस्य भी पकड़े गए हैं। पुलिस ने इनके पास से लगभग 54.9 लाख के भारतीय रुपये और सौ-सौ डॉलर की करेंसी पकड़ी। गिरोह ने इसके पहले वेनेजुएला की करेंसी की कीमत बहुत गिर जाने के बाद भी उसे लोगों को बेचने का धंधा किया था।