गैंगस्टर राजू ठेहट को गोलियों से भूना

राजू ठेहट
राजू ठेहट

सीकर में कोचिंग छात्र बनकर आए बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम

घटना का वीडियो बनाने वाले को भी मारा

सीकर। राजस्थान के कुख्यात गैंगस्टर राजू ठेहट की शनिवार को हत्या कर दी गई। कोचिंग की डे्रस पहनकर गैंगस्टर के घर पहुंचे बदमाशों ने घंटी बजाकर उसे बाहर फिर उस पर ताबड़तोड़ गोलियों की बरसात कर दी। इस घटना में ठेहट की मौके पर ही मौत हो गई। लॉरेंस गैंग के रोहित गोदारा ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। पुलिस ने बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दिया है। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) उमेश मिश्रा ने बताया कि इस फायरिंग का एक बदमाश ने वीडियो भी बनाया। हत्या करके बदमाश अल्टो कार से भागे हैं। इधर, लॉरेंस विश्नोई गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इसकी जिम्मेदारी ली है।

राजस्थान में गैंगस्टर
राजस्थान में गैंगस्टर

मिश्रा ने बताया कि बदमाश पंजाब और हरियाणा बॉर्डर की तरफ जाएंगे। इन बदमाशों के पीछे राजस्थान पुलिस है पूरे प्रदेश भर में कड़ी सुरक्षा के आदेश दे दिए गए हैं। सभी स्॥ह्र को फील्ड में रहने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस ने बताया कि शहर के पिपराली रोड पर ठेहट का घर है। यहां हुई फायरिंग में नागौर के एक व्यक्ति की भी गोली लगने से मौत हुई है। जानकारी के अनुसार मृतक फायरिंग का वीडियो बना रहा था। इसलिए आरोपियों ने उस पर भी फायरिंग कर दी। इस एरिया में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में चारों बदमाश नजर आए हैं। इसमें वे हथियारों के साथ भागते नजर आ रहे हैं।

हत्या का बदला
लॉरेंस गैंग ने लिया हत्या का बदला

फायरिंग की जानकारी मिलते ही सीकर स्क्क कुंवर राष्ट्रदीप सहित बड़े पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और ष्ठत्रक्क के निर्देश पर पूरे राज्य में नाकाबंदी की गई है। ठेहट की गैंग शेखावाटी में काफी सक्रिय थी और आनंदपाल गैंग से भी उसकी दुश्मनी थी। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद भी दोनों गैंग में वर्चस्व की लड़ाई जारी थी।

गोली मारने के बाद चेक किया कहीं जिंदा तो नहीं

इस पूरे हत्याकांड के कई सीसीटीवी फुटेज भी सामने आए हैं। एक फुटेज में दिख रहा है ठेहट के घर के सामने एक ट्रैक्टर आकर रुकता है और चार-पांच बदमाश उसमें से हथियार निकालकर बाहर खड़े ठेहट पर फायरिंग करना शुरू कर देते हैं। बदमाश 30-40 सेकेंड तक गैंगस्टर राजू पर फायरिंग करते दिख रहे हैं। बदमाशों ने करीब 50-60 राउंड फायरिंग की है। गोली मारने के बाद बदमाश कुछ सेकेंड बाद वापस और जमीन पर पड़े राजू को चेक किया कि कहीं वह जिंदा तो नहीं है।

राजू ठेहट के मर्डर की जिम्मेदारी लॉरेंस ग्रुप के रोहित गोदारा ने ली है। गोदारा बीकानेर के लूणकरणसर का है। गोदारा ने एक पोस्ट भी किया है, जिसमें लिखा है कि ये हमारे बड़े भाई आनदंपाल और बलबीर की हत्या में शामिल था। जिसका बदला आज हमने इसे मारकर लिया है।

सुभाष बानूड़ा पर शक

आनंदपाल और राजू ठेहठ के बीच लंबे समय से रंजिश चल रही थी। हत्या के पीछे आनंदपाल गैंग के बलबीर बानूड़ा के बेटे सुभाष बानूड़ा का हाथ बताया जा रहा है। बलवीर बानूड़ा की राजू ठेहट ने हत्या करवाई थी। बताया जा रहा है कि गैंगस्टर सुभाष दो साल से ठेहट को मारने की फिराक में था। हालांकि, पुलिस ने अब तक इस बारे में कुछ नहीं कहा है। सुभाष बानूड़ा और रोहित गोदारा साथी हैं।

सीकर बंद करवा रहे जाट समाज के लोग

राजू ठेहट की मौत के बाद लोगों में काफी आक्रोश है। जाट समाज की ओर से सीकर की दुकानों को बंद कराया जा रहा है, बड़ी संख्या में लोग पैदल चलते हुए पूरे मार्केट को बंद करवा रहे हैं।

आरोपियों का उदयपुर कनेक्शन!

पुलिस ने इस मामले में कुछ आरोपियों को चिन्हित किया है। ष्टष्टञ्जङ्क की मदद से पुलिस ने उदयपुर जिले के राठौड़ों का गुड़ा गांव के रहने वाले पर्वत सिंह को संदिग्ध माना है। इस आरोपी के पास उसी तरह गाड़ी है, जो सीकर में शनिवार को हमलावर लेकर पहुंचे थे। ये युवक भी आनंदपाल गैंग से जुड़ा हुआ है। लंबे समय से नागौर और सीकर क्षेत्र में आता जाता रहा है। वह आंनदपाल के भाई मंजीत के भी संपर्क में रहा है। सूत्रों के मुताबिक उसने कई बार मार्बल और माइनिंग व्यापारियों से उदयपुर में लॉरेंस विश्नोई के नाम पर फिरौती मांगी है। हालांकि फिरौती पर किसी थाने में मामला दर्ज नहीं हुआ है।

पुलिस ने पकड़ा तो फिर सीकर रहने लगा था

राजू ठेहट सीकर के बाद जयपुर में अपनी जड़ें मजबूत करना चाहता था। इसी मकसद से उसने जयपुर को अपना सुरक्षित ठिकाना बना लिया था। इतना ही नहीं विवादित जमीनों और सट्टा कारोबारियों पर भी राजू ठेहट की नजरें थी। लेकिन महेश नगर थाना पुलिस ने शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। इसके बाद राजू ठेहट वापस सीकर शिफ्ट हो गया था।

सीकर बॉस के नाम से बुलाते थे

गैंगस्टर्स राजू ठेहट लग्जरी लाइफ जीने का शौकीन था। वह महंगी कार और बाइक पर काफिले के साथ घूमता था। गैंगस्टर राजू ठेहट को सीकर बॉस के नाम से बुलाया जाता था।जयपुर जेल में बंद रहने के दौरान अपनी गैंग को बढ़ाने के मकसद से जयपुर में भी अपना ठिकाना बनाया। उसको जयपुर के स्वेज फार्म में जिस मकान से पकड़ा, उसकी कीमत 3 करोड़ रुपए बताई जा रही है । दरअसल,राजस्थान में गैंगस्टर्स आनंदपाल सिंह और राजू ठेहट में करीब दो दशक वर्चस्व की लड़ाई चली थी। आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद राजू ठेहट का वर्चस्व हो गया। जेल में बंद होने के दौरान भी उसके फिरौती मांगकर संरक्षण देने के कई मामले सामने आए थे। राजू ठेहट गैंग (आरटीजी) परिवार से लोग गैंगस्टर के साथ जुड़ रहे हैं।

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