वंडर सीमेंट परिवार की अगुआई में दिगम्बर जैन संतों का भव्य मंगल प्रवेश, हुआ भावभीना स्वागत

जो साधन में जिता है वो इण्डिया है और जो साधना में जीता है वो भारत है : मुनिश्री विद्यासागरजी म. सा.

निम्बाहेड़ा। सन्त शिरोमणी आचार्यश्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य मुनिश्री विद्यासागरजी महाराज, मुनिश्री शन्तिसागरजी महाराज एवं मुनिश्री प्रशान्तसागरजी महाराज का वंडर सीमेंट लि. के चैयरमेन  अशोक पाटनी, वाईस चैयरमेन विमल पाटनी सहित पूरे पाटनी परिवार, आर के ग्रुप एवं वंडर सीमेंट परिवार की अगुआई में रविवार को कम्पनी परिसर में भव्य मंगल प्रवेश हुआ।

इस दौरान पाटनी परिवार ने वंडर सीमेंट परिसर में आगमन पर मुनिश्री को श्रीफल भेंट किया एवं पदप्रक्षालन कर स्वागत किया।यूनिट हेड नितिन जैन ने बताया कि प्रातः 8:00 बजे वंडर सीमेंट सर्कल पर मुनिश्री का आगमन हुआ जिसके पश्चात् प्रातः 9:00 बजे से कम्पनी परिसर में मुनिश्री के प्रवचन का कार्यक्रम आरम्भ हुआ। इससे पूर्व पाटनी परिवार की सुशीला पाटनी ने मंगलाचरण कर “विश्वास की दिवारे छत धर्म की बन जावें, मेरा घर मन्दिर बन जावें।

” भजन के साथ गुरुवर का स्वागत किया। इस दौरान वंडर सीमेंट लि. के चैयरमेन  अशोक पाटनी ने 108 विद्यासागरजी महाराज के आध्यात्मिक जीवन का परिचय सभी से कराते हुए मुनिश्री को नमन कर कहा कि मुनिश्री के आगमन से हमारा वंडर परिवार धन्य हो गया है। मुनिश्री के स्वागत में किशनगढ़, मन्दसौर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ, नीमच सहित निम्बाहेडा क्षेत्र से बड़ी संख्या में पधारे श्रद्धालुओं ने भी मुनिश्री को श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।मुनिश्री ने नमोकार मंत्र उच्चारण के साथ मंगल प्रवचन आरम्भ किया ।

जिसमें मुनिश्री विद्यासागरजी ने “पानी भरते देव है, वैभव होता दास । मृग-मृगेन्द्र मिल बैठते देख दया का वास” दोहे के माध्यम से सभी को प्रेरित किया कि पुरुषार्थ एवं भाग्य दोनों का समन्वय हो तो भाग्य की सिद्धि होती है एवं जहा दया का वास होता है वहां क्रोध नहीं होता। वजन इन्सान का तराजू पर मत तोलो, क्योंकि आदमी तन से नहीं मन से बड़ा होता है। मुनिश्री ने प्रवचन के अन्त में कहा कि “मनुष्य को मनुष्य से जोड़ो, दुनिया अपने आप जुड़ जायेगी।”  मुनिश्री प्रशान्त सागरजी महाराज ने स्वयं नही अपितु पर कल्याण करने के लिये प्रेरित किया। मुनिश्री शन्तिसागरजी महाराज ने अशोक पाटनी की गुरु श्रद्धा का उदाहरण देते हुए कहा कि नाम केवल सम्पत्ति से नहीं गुरु के आशीष से होता है। प्रवचन उपरान्त मुनि संघ ने आहार चर्या की एवं प्लांट भ्रमण किया। 

दिगम्बर जैन समाज के प्रवक्ता मनोज सोनी के अनुसार मुनि संघ का सोमवार दोपहर सकल जैन श्री संघ की अगुवाई में निम्बाहेड़ा नगर आगमन पर कल्याण चौक पर भव्य अगवानी स्वागत किया जाएगा। मुनि संघ के निम्बाहेड़ा नगर प्रवेश को लेकर श्रद्धालुओं ने जगह जगह मुनि संघ के पद प्रक्षालन व अन्य तैयारी प्रारम्भ कर दी है। मुनि संघ का प्रवास आदर्श कॉलोनी स्थित आदिनाथ मांगलिक भवन में होगा जहां विविध धार्मिक कार्यक्रम होंगे।