
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शुक्रवार को आयोजित जीएसटी काउंसिल की बैठक
नई दिल्ली। जीएसटी काउंसिल ने साल के अंतिम दिन हुई बैठक में टेक्सटाइल पर बढ़े टैक्सको वापस लेने का फैसला किया। इस फैसले से आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि जूते-चप्पल पर बढ़े टैक्स को वापस नहीं लिया गया और न ही जीएसटी स्लैब में कोई बदलाव हुआ।
नए साल में महंगे होंगे जूते-चप्पल
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अगुवाई में शुक्रवार को यहां जीएसटी काउंसिल की अहम बैठक हुई। पहले यह बैठक जनवरी में होने वाली थी। जीएसटी काउंसिल की पिछली बैठक में एक हजार से नीचे के रेडीमेड कपड़े और जूते पर टैक्स बढ़ाने का फैसला लिया गया था। शुक्रवार की बैठक में रेडीमेड कपड़ों पर बढ़ाए गए टैक्स को वापस ले लिया गया। हालांकि एक हजार से नीचे के जूते-चप्पल पर एक जनवरी से पांच के बजाय 12 फीसदी टैक्स लगेगा।
अगली बैठक में घटाए जा सकते हैं स्लैब
इंडस्ट्री को जीएसटी प्रणाली सिंपल बनाने की दिशा में किसी बड़े फैसले की भी उम्मीद थी। ऐसा माना जा रहा था कि शुक्रवार की बैठक में स्लैब घटाए जा सकते हैं। जीएसटी काउंसिल ने बैठक में 12 फीसदी और 18 फीसदी के स्लैब को मिलाए जाने पर चर्चा तो की, लेकिन इस पर फैसला नहीं लिया जा सका। अब जूते-चप्पल पर टैक्स कम करने और दो स्लैब को आपस में मिलाने के बारे में काउंसिल की अगली बैठक में विचार किया जाएगा।