हिंदुस्तान जिंक ने राजस्थान में फुटबाल महाकुंभ के आयोजन की घोषणा की

  • जयपुर में टूर्नामेंट का आगाज 30 मई 2020 से
  • टूर्नामेंट के पहले संस्करण में 500 से अधिक स्कूलों के 5000 से अधिक बच्चे हिस्सा लेंगे

जयपुर
हिंदुस्तान जिंक ने राजस्थान फुटबाल संघ के साथ आज एक व्यापक फुटबाल प्रोजेक्ट – जिंक फुटबाल यूथ टूर्नामेंट के आयोजन की घोषणा की। इस टूर्नामेंट के आयोजन का मकसद राज्य में फुटबाल की श्रेष्ठ प्रतिभाओं को तलाशना और उन्हें प्रोमोट करना है। जिंक फुटबाल यूथ टूर्नामेंट का पहला संस्करण छह महीने तक चलेगा। इस टूर्नामेंट में राज्य के 33 जिलों की टीमें हिस्सा लेंगी। इसके लिए 500 से अधिक स्कूलों की टीमें बनेंगी और इससे 15 साल की कम उम्र के 5000 से अधिक लडक़े और लड़कियों को अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का मौका मिलेगा। जिंक फुटबाल यूथ टूर्नामेंट का आगाज जोनल स्तर पर अगले साल जनवरी के मध्य से होगा। इसके बाद राज्य स्तर तक इसका विस्तार किया जाएगा और फिर राजस्थान का अंडर-15 लडक़े और लड़कियों का चैम्पियन चुनने के लिए मुकाबले होंगे। टूर्नामेंट का आगाज 16 जनवरी 2020 को उदयपुर में होगा। उसके बाद राजसमंद में 22 जनवरी, जोधपुर में 01 फरवरी, बीकानेर में 07 फरवरी, हनुमानगढ़ में 15 फरवरी, कोटा में 10 मई, झुंझनू में 20 मई, जयपुर (जोनल-1) में 30 मई, जयपुर (जोनल-2) में 31 मई, अजमेर में 14 जून, भीलवाड़ा में 21 जून तथा चित्तौडग़ढ़ में 30 जून 2020 को मैच होंगे। स्टेट चैम्यिनशिप का फाइनल मैच 15 जुलाई को उदयपुर के जावर स्टेडियम में होगा। टूर्नामेंट के लॉन्च पर हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ सुनील दुग्गल ने कहा कि हिंदुस्तान जिंक ने जिंक फुटबाल के माध्यम से राज्य में उच्चस्तरीय ग्रासरूट फुटबाल संरचना शुरू कर दी है। बीते कुछ सालों में इस अकादमी ने अच्छे परिणाम दिए हैं। आज हम अपने विजन को आगे बढ़ाते हुए राजस्थान में इस खेल के विकास के लिए नया अध्याय शुरू करने जा रहे हैं। जिंक फुटबाल यूथ टूर्नामेंट एक ऐसा टूर्नामेंट है, जिसकी शुरुआत तो राजस्थान में हो रही है लेकिन आने वाले समय में इसका असर पूरे देश में दिखेगा। हमारा प्रयास पूरे देश में इस तरह के टूर्नामेंट कराने का है। राजस्थान फुटबाल संघ के सचिव दिलीपसिंह शेखावत ने कहा कि हम देश के सबसे बड़े टूर्नामेंट्स में से एक के आयोजन के लिए हिंदुस्तान जिंक से हाथ मिलाकर काफी खुश हैं। यह टूर्नामेंट राजस्थान के यू-15 लडक़े और लड़कियों के लिए अपनी प्रतिभा के प्रदर्शन का एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म साबित होगा। यह देखना शानदार है कि हिंदुस्तान जिंक ने भारतीय फुटबाल को समृद्ध करने के लिए राज्य में ग्रासरूट स्तर पर फुटबाल के विकास के लिए निवेश किया है। इस अवसर पर आयोजित समारोह में जिंक फुटबाल यूथ टूर्नामेंट के लिए चमचमाती ट्रॉफी का अनावरण किया। समारोह में राजस्थान के महान फुटबाल खिलाड़ी मगनसिंह राजवी, उदयपुर के पुलिस अधीक्षक कैलाशचंद्र बिश्नोई शरीक हुए। इस टूर्नामेंट का आयोजन जिंक फुटबाल के स्ट्रेटजी एंड इम्प्लीमेंटेशन पार्टनर द फुटबाल लिंक द्वारा किया जाएगा। इस टूर्नामेंट को राज्य से अगला मगनसिंह राजवी चुनने का एक प्लेटफॉर्म माना जा रहा है। यही कारण है कि जिंक फुटबाल के स्काउट्स इसके हर एक मैच पर कड़ी नजर रखेंगे और इससे प्रतिभाशाली खिलाड़ी चुनेंगे और उन्हें जावर स्थित जिंक फुटबाल अकादमी में प्रशिक्षण का मौका प्रदान करेंगे। जिंक फुटबाल यूथ टूर्नामेंट देश के सबसे बड़े राज्यस्तरीय यूथ टूर्नामेंट में से एक होगा। यह हिंदुस्तान जिंक के उस समर्पण का हिस्सा है, जिसके तहत हिंदुस्तान जिंक ने राजस्थान में फुटबाल की क्रांति लाने का फैसला किया है। इस समर्पण का पहला अध्याय जिंक फुटबाल अकादमी है, जो कम्पनी का फ्लैगशिप यूथ फुटबाल डेवलपमेंट प्रोग्राम है। इस रेसिडेंशियल अकादमी और सामुदायिक पहलों के माध्यम से हिंदुस्तान जिंक ने पहले राज्य तथा देश में फुटबाल की दिशा में क्रांति लाने का प्रयास शुरू कर दिया है। उल्लेखनीय है कि हिंदुस्तान जिंक खेलों में चार दशक से सक्रिय है। यह लगातार खेलों को प्रोमोट करने का काम कर रहा है। कम्पनी ने फुटबाल के विकास के लिए जावर में 1976 में एक फुटबाल स्टेडियम बनवाया। बीते 40 सालो में जावर स्टेडियम में राष्ट्रीय स्तर के फुटबाल टूर्नामेंट्स का आयोजन होता रहा है। कम्पनी ने बीते समय में देश के लिए इंटरनेशनल स्तर पर मान व सम्मान हासिल करने वाले कई खिलाडिय़ों को सहयोग और समर्थन दिया है। हिंदुस्तान जिंक की पैरेंट कम्पनी वेदांता लिमिटेड ने खासतौर पर फुटबाल पर फोकस करते हुए भारतीय खेलों के विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता को जाहिर किया है। वेदांता की पहल सामाजिक और आर्थिक उत्थान, युवा विकास, सामुदायिक विकास, महिला सशक्तिकरण और खेलों के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली लाने की है। इस कम्पनी ने गोवा में सेसा फुटबाल अकादमी स्थापित की है, जहां 1999 से ग्रासरूट फुटबाल के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है।