आपकी जीवनशैली में कितना लाभदायक है फ्लू का टीका, जानें

फ्लू बहुत ही संक्रामक होते है, ऐसे कई संक्रमण हैं जिसके कारण हर साल दुनियाभर में कई हजारों लोगों की मौत हो जाती है। इस संक्रमण से बचाव करने के लिए ही वैक्सीन पर काम हमेशा जारी रहता है और आए दिन कुछ नया देखने को मिलता है। इन्फ्लूएंजा का टीका हर साल कई लोगों को फ्लू और मौत से बचाने का काम करता है, लेकिन इसके पीछे सवाल ये उठता है कि क्या ये सुरक्षित है। आइए इस लेख के जरिए जानते हैं कि फ्लू शॉर्ट के क्या फायदे है और क्या नुकसान।

फ्लू का टीका कितना सुरक्षित?

जैसी की हमने पहले ही बताया कि फ्लू बहुत संक्रामक होते हैं और इसका इलाज तुरंत किया जाना चाहिए नहीं तो ये किसी की भी जान ले सकता है। लेकिन इसका टीका हर किसी के लिए नहीं है, बल्कि कुछ लोगों को इससे बाहर रखा जाना चाहिए।

6 महीने से कम उम्र के बच्चे।
फ्लू के टीके से किसी को गंभीर प्रतिक्रिया हुई हो।
अंडे या पारा एलर्जी वाले लोग।
गुइलेन-बर्रे सिंड्रोम से पीडि़त लोग।
फ्लू वैक्सीन के फायदे

फ्लू से बचाव

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, इन्फ्लूएंजा वैक्सीन प्राप्त करना सबसे प्रभावी तरीका है, जो स्वयं को फ्लू या संक्रमण से काफी हद तक बचाता है।

कम बीमार महसूस होना

जरूरी नहीं कि टीका लगने के बाद किसी को फ्लू नहीं हो सकता, कई कारणों से ये फ्लू हो सकता है। लेकिन फ्लू से संक्रमित होने पर और अगर आपने पहले से टीका लगवाया हुआ है तो आपको कम लक्षण महसूस हो सकते हैं और आप खुद को भी कम बीमार महसूस कर सकते हैं।

अस्पताल जाने का खतरा होता है कम

इन्फ्लुएंजा टीकाकरण से कुछ समूहों में इन्फ्लूएंजा-संबंधी जटिलताओं या अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम होता है।

जैसे : गर्भवती महिलाओं और उनके शिशुओं को दिया गया स्रोत छोटे बच्चे। पुरानी और गंभीर स्थिति वाले लोग, जैसे: डायबिटीज़ट्रस्ट सोर्स, क्रोनिक लंग डिजीज, और कार्डियोवस्कुलर डिजीज से पीड़ित लोग।

टीके के बाद खतरे क्या हैं?

अगर आप टीकाकरण करवाते हैं तो जरूरी नहीं कि आप हमेशा जिंदगीभर के लिए फ्लू से बच सकते हैं, कई कारणों से आप फिर भी फ्लू की चपेट में आ सकते हैं और आप बीमार हो सकते हैं।

जैसे : फ्लू होने का खतरा

टीका लगने के बाद आप काफी हद तक फ्लू के खतरे से खुद को बचा सकते हैं लेकिन कुछ कारणों से आप संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। हालांकि ये सच है कि आप टीका लगवाने के बाद अगर इसका शिकार होते हैं तो आपको कम बीमार और कम लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इम्युनिटी विकसित करने के लिए टीके को करीब 2 सप्ताह लग सकते हैं और आप इस अवधि के दौरान ही फ्लू का शिकार हो सकेत हैं।

एलर्जी : कई लोगों को ये फ्लू के टीके नुकसान भी पहुंचा सकते हैं, ऐसे में आपको डॉक्टर के पास जाने की भी जरूरत पड़ सकती है। जिन लोगों को इस टीके से एलर्जी या नुकसान होता है उन्हें इस तरह के लक्षण दिखाई देते है।

आंखों और मुंह के आसपास सूजन।
कमजोरी महसूस होना और चक्कर आना।
सांस लेने मे परेशानी होना।
घरघराहट।
दिल का तेज धड़कना।
त्वचा पर दाने दिखाई देना।

गुइलेन बर्रे सिंड्रोम

गुइलेन-बर्रे सिंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जिसमें आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके परिधीय तंत्रिकाओं पर हमला करना शुरू कर देती है। यह बहुत दुर्लभ है, लेकिन इन्फ्लूएंजा वायरस टीकाकरण की स्थिति को ट्रिगर कर सकता है। ऐसे में आप टीका लगवाने से पहले ही अपने डॉक्टर को बताएं और उनसे इसका निदान पूछें।