हुण्डई मोटर इण्डिया फाउण्डेशन ने राजस्थान में दो ‘सेटेलाइट क्लिनिक्स‘ का शुभारम्भ किया

नई दिल्ली। हुण्डई मोटर इण्डिया लिमिटेड की लोकोपकारिक इकाई हुण्डई मोटर इण्डिया फाउण्डेशन ने एक एनजीओ ‘अनहद इण्डिया‘ के साथ जुड़ कर राजस्थान में दो सेटेलाइट क्लिनिक्स का अपने सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रोग्राम ‘स्पर्श संजीवनी‘ के अन्तर्गत शुभारंभ किया। यह दोनों क्लिनिक्स राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड़ के ग्रामीण इलाकों मानधन और जखराना में शुरू की गई हैं। इन क्लिनिक्स में विशेषज्ञ चिकित्सकों से डिजीटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मेडिकल कन्सलटेंसी की सुविधा उपलब्ध होगी जिसका लाभ इन दोनों गांवों के 25,000 से अधिक ग्रामीण उठा सकेंगे।

राजस्थान में इन सेटेलाइट क्लिनिक्स के शुभारंभ के अवसर पर हुण्डई मोटर इण्डिया लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ श्री एस.एस.किम ने कहा ‘‘भारत के ग्रामीण इलाकों में सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं की कम पहुंच है।

भारत सरकार ने देश के दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा को और अधिक सुलभ बनाने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की है। एक प्रौद्योगिकी से प्रेरित नवीन संगठन होने के नाते, हमारा उद्देश्य इन प्रगति को बढ़ाने के लिए समकालीन समाधान प्रदान करना है, जो हमारे ‘‘मानवता के लिए प्रगति के विचार के साथ जुड़ा है।

यह सैटेलाइट क्लिनिक’ एक आदर्श उदाहरण है जहां प्रौद्योगिकी ने पहुंच को सरल बनाया है, लोगो को इलाज के लिए अधिक दूरी तय नहीं करनी पडेगी और उम्मीद है कि अस्पतालों में भीड़भाड़ को रोका जा सकेगा।

यह सैटेलाइट क्लीनिक एक प्रशिक्षित नर्स और एक अटेण्डेन्ट से सुसज्जित भौतिक ’क्लीनिक हैं, जो मरीज को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उपयुक्त विशेषज्ञ से चर्चा करने से पहले प्रारंम्भिक जांच पड़ताल करेंगे। विवरण नर्स द्वारा जारी किए जाएंगे और रोगी संबद्ध फार्मेसी से दवाएं एकत्र कर सकते हैं। क्लीनिक में पैथोलॉजी और रक्त परीक्षण की सुविधा भी उपलब्ध होगी। सैटेलाइट क्लिनिक में गांवों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल के लिए मामूली शुल्क लिया जाएगा। मरीज की हालत जटिल होने पर निकटतम शहरों के बड़े अस्पतालों में रोगी को रेफर कर दिया जाएगा।

समय के साथ-साथ इन क्लिनिक्स का चरणबद्ध तरीके से अन्य राज्यों तथा देश के चुनिन्दा इलाकों तक विस्तार किया जाएगा। फरवरी 2018 में, भारत सरकार ने मौजूदा उप केन्द्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को परिवर्तित करके 1,50,000 स्वास्थ्य और कल्याण केन्द्रों (एचडब्ल्यूसी) के निर्माण के लिए आयुष्मान भारत योजना की घोषणा की। इन केन्द्रों को व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल (सीपीएचसी) वितरित करने के लिए अनिवार्य किया गया है ताकि लोगों के घरों तक स्वास्थ्य सेवा को और करीब लाया जा सके। वे नि:शुल्क आवश्यक दवाओं और नैदानिक सेवाओं सहित मातृ और बाल स्वास्थ्य सेवाओं और नॉन कम्युनिकेबल रोगों दोनों को कवर करते हैं।