
जयपुर। अशोक गहलोत सरकार ने शनिवार आधी रात को आईएएस निरंजन आर्य को राजस्थान का नया मुख्य सचिव बना दिया है। आईएएस राजीव स्वरूप के मुख्य सचिव पद से रिटायरमेंट के बाद देर रात करीब 2 बजे सरकार ने निरंजन आर्य को सीएम बनाने का आदेश निकाला। अब वे जनवरी 2022 तक मुख्य सचिव पद पर रहेंगे।
आपको बता दें कि निरंजन आर्य भारतीय प्रशासनिक सेवा 1989 बैच के अफसर है। वे अशोक गहलोत के करीबी और विश्वस्त अफसरों में शुमार है। पहले भी गहलोत सरकार में अहम पदों पर रहकर जिम्मेदारी संभाली है।
निरंजन आर्य अपने 10 सीनियर आईएएस अफसरों को पीछे छोड़कर मुख्य सचिव बने है। राजस्थान में आईएएस की वरिष्ठता सूची में निरंजन आर्य का 11 वां नंबर हैं, लेकिन गहलोत सरकार ने राज्य के 10 आईएएस अफसरों की वरिष्ठता लांघ कर आर्य पर भरोसा जताया है। इसमें 6 आईएएस राजस्थान में पदस्थापित है और चार आईएएस अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली हैं।
कांग्रेस के टिकट पर विधायक का चुनाव लड़ चुकी है पत्नी
आपको बता दें कि प्रदेश के नए मुख्य सचिव निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य राजनीति में हाथ आजमा चुकी है। वर्ष 2013 में कांग्रेस के टिकट पर संगीता आर्य सोजत विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ चुकी है। हालांकि, वे जीत हासिल नहीं कर सकी थी। पिछले दिनों ही राज्य सरकार ने निरंजन आर्य की पत्नी संगीता आर्य को राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन (आरपीएससी) में सदस्य लगाया था।

तीन सीनियर आईएएस अफसरों को करना पड़ा सचिवालय से बाहर
निरंजन आर्य के मुख्य सचिव बनने के बाद वर्ष 1987 बैच की सीनियर आईएएस अफसर वीनू गुप्ता, 1988 बैच के सुबोध अग्रवाल और 1989 बैच के राजेश्वर सिंह को सचिवालय से बाहर करना पड़ा। इसके अलावा आईएएस गिरिराज सिंह, पीके गोयल और रविशंकर श्रीवास्तव पहले से ही सचिवालय से बाहर है। वहीं, वी. श्रीनिवास, नीलकमल दरबारी, उषा शर्मा और शुभ्रा सिंह पहले से ही केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में है।
राजीव स्वरूप को नहीं मिला एक्सटेंशन, चार्ज दिए बिना ही रिटायर हुए
इससे पहले शनिवार को दिनभर पूर्व मुख्य सचिव राजीव स्वरूप को 3 माह का एक्सटेंशन मिलने की चर्चाएं चलती रही। इस इंतजार में दिन में कई बार मुख्य सचिव कार्यालय खुलवाया गया। लेकिन, केंद्र सरकार ने सहमति नहीं जताई। शाम करीब 5 बजे पूर्व मुख्य सचिव राजीव स्वरूप पद पर बने रहते हुए मुख्यमंत्री निवास पहुंचे। वहां सीएम गहलोत से मुलाकात की।
देर शाम को कार्मिक विभाग ने राजीव स्वरूप का नाम सेवानिवृत्त अफसरों की सूची में डाल दिया। इसके बाद मंथन के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव निरंजन कुमार आर्य को मुख्य सचिव बनाने की हरी झंडी दे दी।
इस संबंध में शनिवार देर रात 2 बजे आदेश जारी हो गया। निरंजन कुमार आर्य अनुसूचित जाति से आने वाले राज्य के पहले मुख्य सचिव हैं। वर्ष 2015 में आईएएस निरंजन आर्य राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड के स्टेट चीफ कमिश्नर के पद पर रहते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हाथों संगठन के सर्वोच्च अलंकरण सिल्वर ऐलिफेण्ट से सम्मानित हो चुके है।