अगर है डिप्रेशन की समस्या, तो एक बार ट्राई जरूर करें ये वास्तु टिप्स

आज के समय में डिप्रेशन की समस्या छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक और महिलाओं से लेकर पुरुषों तक सभी वर्गों में तेजी से बढ़ रही है। यह एक ऐसी परेशानी है जो कि आपके आत्मविश्वास पर बहुत नकारात्मक असर डालती हैं, जिसके परिणामस्वरुप आपकी निजी और व्यावसायिक जिन्दगी पर भी बुरा असर पड़ता है। वास्तुकार संजय कुड़ी से जानते हैं कि डिप्रेशन के पीछे वास्तु के क्या क्या कारण हो सकते हैं।

डिप्रेशन का वास्तु कारण

दरअसल वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की एक दिशा विशेष है जिसमें उपस्थित वास्तु दोष डिप्रेशन का कारण बनते हैं। यह दिशा पश्चिमी वायव्य के रूप में जानी जाती है। अगर डिप्रेशन से बचना है तो इस दिशा का वास्तु सम्मत होना बहुत आवश्यक है। इस दिशा के वास्तु अनुसार बने होने पर यह आपको काम से व दिन-प्रतिदिन की होने वाली भागदौड़ से उत्पन्न मानसिक तनाव से मुक्त करती है। तो जहां एक ओर पश्चिमी वायव्य का वास्तु दोष डिप्रेशन देता है तो वहीं दूसरी ओर यह स्थान वास्तु सम्मत होने पर तनाव मुक्ति का भी काम करता है। तो आइये जानते है पश्चिमी वायव्य का वास्तु-

पश्चिमी वायव्य में वास्तु दोष उत्पन्न करने वाली गतिविधियां

इस दिशा में ऐसी कोई सी भी गतिविधि करना या निर्माण करना वास्तु में मना है, जिसके तहत आपको बहुत ज्यादा वक्त यहां पर गुजारना पड़े। उदाहरण के लिए इस दिशा में सोना मना है क्योंकि यहां पर सोने वाला व्यक्ति धीरे-धीरे अवसाद की ओर अग्रसर होने लगता है। इस दिशा में जिस व्यक्ति का बेडरूम बना है वह शख्स निरंतर इस प्रकार के विचारों और भावनाओं से घिरा रहेगा, जो कि उसे डिप्रेशन की ओर ले जाएंगे। इसलिए यहां पर घर के किसी भी सदस्य के लिए बेडरूम नहीं बनाएं।

पश्चिमी वायव्य में वास्तु सम्मत गतिविधियां

पश्चिमी वायव्य में शौचालय का निर्माण किया जा सकता है। यहां पर सीढिय़ों का निर्माण भी किया जा सकता है जो कि परिवार के लोगों में भावनात्मक संतुलन बनाने में सहायक होगा। इस वास्तु जोन में बनाया गया स्टोर रूम भी व्यक्ति को मानसिक रूप से मजबूत बनाता है। इसके अतिरिक्त डस्टबिन या कचरा पात्र, झाडू, शू रैक इत्यादि चीजें भी पश्चिमी वायव्य में रखी जा सकती है।

ध्यान में रखने योग्य अन्य बातें

  1. घर की ईशान दिशा में भारी वस्तुओं को रखने व कोई बड़ा निर्माण करने से बचें।
  2. इस बात का ध्यान रखें कि आपके बेड के ठीक ऊपर कोई बीम ना हो।
  3. सोते वक्त आपका सिर उत्तर दिशा में न हो वरना यह अनिद्रा से सम्बंधित समस्याएं देगा। सोते समय सिर दक्षिण दिशा या पूर्व में ही रखें।
  4. घर को हमेशा साफ और स्वच्छ बनाये रखें।