ये चटनी खाएंगे तो नसों में बाहर आएगा कोलेस्ट्रॉल, ये है आसान रेसिपी

चटनी
चटनी

कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैटी स्बस्टांस है, जो शरीर के लिए जरूरी होता है। हालांकि, इसकी ज्यादा मात्रा दिल की बीमारियों, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है। आजकल की खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान के कारण कोलेस्ट्रॉल बढऩे की समस्या आम हो गई है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए डाइट में सुधार करना बेहद जरूरी है। डाइट में लहसुन को शामिल करने से कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है। इसकी चटनी भी इसमें काफी मददगार साबित हो सकती है। यह न केवल स्वादिष्ट होती है, बल्कि कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी कारगर साबित होती है। आइए जानें इसे बनाने की रेसिपी। ये चटनी खाएंगे तो नसों में बाहर आएगा कोलेस्ट्रॉल, ये है आसान रेसिपी

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए लहसुन

लहसुन
लहसुन

लहसुन को आयुर्वेद में एक औषधीय गुणों से भरपूर मसाले के रूप में जाना जाता है। इसमें मौजूद एलिसिन कंपाउंड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है। इसके अलावा, लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो धमनियों में जमे फैट को कम करके ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं।

लहसुन की चटनी बनाने की रेसिपी

लहसुन की चटनी बनाना बेहद आसान है और इसे आप अपनी रोज की डाइट में शामिल कर सकते हैं।

सामग्री:

10-12 लहसुन की कलियां
1 छोटा चम्मच जीरा
2 हरी मिर्च (वैकल्पिक)
1 छोटा चम्मच नींबू का रस
1 चुटकी सेंधा नमक
2 चम्मच ताजा धनिया पत्ती

बनाने की विधि:

लहसुन की कलियों को छीलकर अच्छी तरह साफ कर लें।
अब मिक्सर में या सिलबट्टे पर लहसुन, हरी मिर्च, जीरा, नमक और धनिया पत्ती डालकर पीस लें।
इसमें नींबू का रस मिलाकर एक गाढ़ी चटनी तैयार करें।
चटनी को एक एयरटाइट कंटेनर में रखें और फ्रिज में स्टोर करें।

कैसे करें डाइट में शामिल?

इसे खाने के साथ सलाद या चपाती के साथ भी खाया जा सकता है।

लहसुन की चटनी के अन्य फायदे

ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे- लहसुन ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक है।
पाचन तंत्र को मजबूत बनाए- यह डाइजेस्टिव एंजाइम्स को एक्टिव करता है।
इम्युनिटी बढ़ाए- लहसुन में मौजूद एंटीबैक्टीरियल गुण इन्फेक्शन से बचाते हैं।

इन बातों का ध्यान रखें

ज्यादा मात्रा में लहसुन खाने से पेट में जलन पैदा हो सकती है।
प्रेग्नेंट महिलाएं और लो ब्लड प्रेशर के मरीज डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसे खाना चाहिए।
कोलेस्ट्रॉल बढऩे पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। खुद कोई उपचार नहीं करना चाहिए।

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