इमरान सरकार ने फ्रेंच एम्बेसेडर को निकालने के लिए ससंद में प्रस्ताव पेश किया

सात दिन तक देश और विदेश में जिल्लत झेलने के बाद इमरान खान सरकार ने कट्टरपंथी संगठन तहरीए-ए-लब्बैक पाकिस्तान यानी टीएलपी के सामने सरेंडर कर दिया है। सरकार ने मंगलवार को संसद में एक प्रस्ताव पेश किया।

इसमें कहा गया है कि फ्रांस के राजदूत को निकालने की टीएलपी की मांग पर शुक्रवार को बहस शुरू होगी। पाकिस्तानी मीडिया ने मंगलवार को यह भी बताया कि टीएलपी के चीफ साद रिजवी को भी चुपचाप रिहा कर दिया गया है।

कुछ महीने पहले फ्रांस में पैगम्बर मोहम्मद साहब का कार्टून बनाया गया था। इसका मुस्लिम देशों में काफी विरोध हुआ था। तब से टीएलपी मांग कर रही है कि फ्रांस से सभी डिप्लोमैटिक रिलेशन खत्म किए जाएं और उसके एम्बेसेडर को इमरान सरकार देश से निकाले। इसी मांग को लेकर 7 दिन से पाकिस्तान में सिविल वॉर जैसे हालात बने हुए थे।

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