
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने सोमवार को कहा कि HDFC बैंक में आई कई रुकावटों के कारण इसकी क्रेडिट पर निगेटिव असर पड़ेगा। रेटिंग एजेंसी का कहना है कि बार-बार होने वाली इन घटनाओं से बैंक के रेवेन्यू पर भी असर पड़ेगा और ग्राहक दूसरे बैंकों के पास जा सकते हैं। बार-बार की रुकावटों के कारण तेजी से बढ़ते डिजिटल ग्राहक आधार के बीच बैंक की ब्रांड परसेप्शन को नुकसान हो सकता है।
पिछले सप्ताह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने HDFC बैंक की ओर से लॉन्च की जाने वाली नई डिजिटल सेवाओं पर रोक लगा दी थी। साथ ही RBI ने नए क्रेडिट कार्ड की लॉन्चिंग पर भी रोक लगा दी थी। HDFC बैंक में पिछले दो साल में इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और पेमेंट सेवाओं में कई रुकावटों के बाद RBI ने यह रोक लगाई थी। ग्राहकों को बेहतर सेवाएं देने के लिए HDFC बैंक डिजिटल 2.0 अभियान लॉन्च करने की योजना बना रहा था।

मूडीज का कहना है कि HDFC बैंक का डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर कमजोर होने और ऑपरेशन में लचीलापन होने के कारण RBI ने यह कार्रवाई की है। इससे बैंक की क्रेडिट निगेटिव होगी क्योंकि बैंक ग्राहक जोड़ने और ग्राहक सेवा के लिए डिजिटल चैनलों पर भरोसा कर रहा है। हालांकि, रेटिंग एजेंसी ने RBI के कार्रवाई से बैंक के मौजूदा कारोबार और वित्तीय प्रोफाइल पर पड़ने वाले असर को लेकर कोई अनुमान नहीं जताया है।