
इजराइल (Israel) और फिलिस्तीन (Palestine) के चरमपंथी समूह हमास के बीच 11 दिन तक चले युद्ध पर संघर्ष विराम लग गया। यह 11 दिन का संघर्ष 2014 के गाजा युद्ध के बाद से सबसे भीषण संघर्ष रहा है। इसमें 240 से अधिक लोगों की मौत हो गई। यह संघर्ष विराम, अमेरिका, मिस्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों की तरफ से हिंसा को रोकने के लिए बनाए जा रहे दबाव के बाद शुक्रवार को प्रभावी हुआ।
इजरायल (Israel) ने गाजा में सैकड़ों हवाई एवं जमीनी हमले किए जबकि फिलिस्तीन (Palestine) चरमपंथियों ने पिछले सोमवार से मध्य एवं दक्षिणी इजरायल (Israel) में 4,000 से अधिक रॉकेट दागे। हमास संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायली (Israel) हवाई हमलों में 65 बच्चों समेत 230 फिलिस्तीन की मौत हो गई। आईडीएफ और इजरायल की आपात सेवा के मुताबिक गाजा से फिलिस्तीन चरमपंथी के हमले में दो बच्चों समेत कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई।
प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू के कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि सुरक्षा कैबिनेट परस्पर एवं बिना शर्त शत्रुता समाप्त करने पर सर्वसम्मति से सहमत हुआ। हालांकि, नेतन्याहू ने सुरक्षा बलों (आईडीएफ) को उस स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा है कि अगर हमास मिस्र के संघर्षविराम प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करता है।
संघर्ष विराम के बाद गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक में भी जश्न मनाते हुए प्रदर्शन किए गए। सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए कई वीडियो में आतिशबाजी, गाना-बजाना और लोग सड़कों पर परेड करते दिख रहे हैं। इजरायल और हमास दोनों ने संघर्ष में अपनी-अपनी जीत का दावा किया है।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी ने इजरायल और हमास के बीच मिस्र की मध्यस्थता से हुए संघर्ष विराम की सफलता के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का शुक्रिया किया।