गंगाशहर के जैन तीर्थं के लिए जैनाचार्य जिनमणिप्रभ सूरिश्वरजी ने दिया मंगल आशीर्वाद

गंगाशहर में घूमचक्कर परिसर में स्थित करीब दो दशक पुराने भगवान पार्श्वनाथ जैन मंदिर का जीर्णोंद्धार, नवीनीकरण के लिए शुक्रवार को पालीतणा, गुजरात में जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के गच्छाधिपति जिन मणिप्रभ सूरिश्वरजी ने कार्य योजना के फोल्डर का विमोचन किया तथा मंगल आशीर्वाद दिया।

गच्छाधिपति ने मंगल प्रवचन में कहा कि बीकानेर को जिनालयों की देव नगरी कहा जाता है, यहां के मंदिर धर्म, आध्यात्म, पुरातत्व के प्रमुख केन्द्र है। गंगाशहर के पार्श्वनाथ मंदिर में केदारनाथ महादेव मंदिर के बाद भगवान पार्श्वनाथ, देवी पद््मावती, दादा शांति गुरुदेव, पार्श्वनाथ सूरिश्वरजी की मंदिर व जीर्णोंद्धार, उपासरा, भोजनशाला बनने से श्रावक-श्राविकाओं में देव, गुरु व धर्म के प्रति श्रद्धा बढ़ेगी। गच्छाधिपति ने बीकानेर से पालीतणा पहुंचे करीब 750 से अधिक यात्रियों को आशीर्वाद दिया।

मंदिर से जुड़े शांति विजय सिपानी ने बताया कि जैेन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ, बीकानेर के निर्मल पारख, सुगनजी महाराज उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, उद्योगपति व समाज सेवी, बसंत नवलखा, श्री खरतरगच्छ संघ युवा परिषद के अध्यक्ष राजीव खजांची, मंत्री अनिल सुराणा, अनिल पारख, पुनेश मुसरफ, सेठ श्री फौजराज बांठिया ट्रस्ट के संजय बांठिया, कविन्द्र बांठिया, शिखर बांठिया व मनोज बांठिया आचार्यश्री को जैन तीर्थं की कार्य योजन, मॉडल, नक्शे आदि का अवलोकन करवाया तथा फोल्डर का विमोचन करवाया। श्रावक भीखमचंद नाहटा, पूनमचंद नाहटा परिवार के नेतृृत्व में पालीतणा गया 750 यात्रियों का जत्था 29 अगस्त को बीकानेर आएगा।

फोटो कैप्शन- पालीतणा में जैन श्वेताम्बर खरतरगच्छ संघ के गच्छाधिपति आचार्यश्री जिन मणि प्रभ सूरिश्वर गंगाशहर में जैन तीर्थ के फोल्डर के विमोचन अवसर पर उपस्थित बीकानेर के श्रावक।

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