जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल : सीएए के खिलाफ खुलकर बोली पूर्व राज्यपाल मार्गेट अल्वा

*ऑफ द पीपल बाय द पीपल द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन पर सेशन में हुई चर्चा,
* अल्वा ने संवाद के दौरान कहा- सीएए को लेकर अगर कोई आए आपके घर तो आपको नहीं भरना है कोई भी आवेदन


जयपुर
। देश में चल रहे सीएए और एनआरसी के बवाल के बीच आज जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में भी इसकी गुंज सुनाई दी । पूर्व राज्यपाल मार्गेट आल्वा ने सेशन ऑफ द पीपल बाय द पीपल द इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन पर चर्चा के दौरान
कहा कि सीएए को लेकर अगर आपके घर कोई आएं, तो आपकों अपनी पहचान के लिए कोई आवेदन नहीं भरना है ।

जनता पर कुछ ना थोपे सरकार
सेशन में चर्चा नवीन चावला,माधव खोसला के साथ चर्चा करते हुए अल्वा ने कहा कि राजस्थान सरकार जो सीएए और एनआरसी के खिलाफ जो प्रस्ताव लेकर आई है, वो काबिले तारीफ है । उन्होनें कहा कि देश क्या चाहता है ये सोचना
सरकारों के लिए है जरूरी होता है, न कि वो जनता पर कुछ थोपे ।
राज्यपाल रहे मर्यादा में

सेशन में मार्गेट आल्वा ने राज्यपालों की भूमिका पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि राज्यपाल का काम राजनैतिक पार्टियों को मैनेज करना नहीं है । राज्यपालों का काम अपने मर्यादा में रहकर जनता के काम को करवाना होता है, ना कि किसी पार्टी विशेष के लिए काम करना है।
जिसके पास मतदाता कार्ड वो इस देश का नागरिक  
आल्वा ने सेशन के दौरान कहा कि आजकल देश में कोई आवाज उठाता है तो उसे देशद्रोही कह दिया जाता है । हैदराबाद में कश्मीर में आवाज उठाई तो उन लोगों को देशद्रोही कह दिया गया । आजकल किसी के खिलाफ कुछ बोलना देशद्रोही हो गया है । ये गलत है, उन्होनें कहा कि आजादी शब्द कहो तो भी देशद्रोही कहलाए जाते हैं आजकल, सीएए को लेकर मार्गट आल्वा ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि जिसके पास मतदाता कार्ड वो इस देश का नागरिक है, ऐसे में सीएए और एनआरसी की देश को क्या जरूरत है ।