जम्मू-कश्मीर: मोस्ट वांटेड’ आतंकी रियाज नायकू ढेर

रियाज नायकू, Riyaz Naiku
रियाज नायकू, Riyaz Naiku

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का पर्याय बना रियाज नायकू ढेर हो चुका है । सुरक्षा बलों और पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे अवंतीपोरा में एक मुठभेड़ में मार गिराया । दरअसल, नायकू अपने गांव बेगपोरा आया था, जहां सुरक्षा बलों को भनक लगते ही कार्रवाई शुरू कर दी गई ।

गांव को चारों ओर से घेरा गया और आतंकियों की तलाश शुरू हुई । जिस घर में नायकू छिपा था, उसमें कुछ और आतंकी गुर्गों के होने की जानकारी मिली थी।

रियाज नायकू ढेर हो चुका है

आतंकियों ने भी सुरक्षा बलों पर फायरिंग की। लिहाजा संयुक्त टीम को पूरा घर उड़ाना पड़ा। टीम को दो शव बरामद हुए, इसमें एक रियाज नायकू का है जो हिज्बुल मुजाहिदीन का कमांडर था । इसने वुरहान वानी के खात्मे के बाद उसका झंडा उठाया था ।

अवंतीपोरा में सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर की संयुक्त टीम (जॉइंट ट्रूप्स) ने इतने दुर्दांत आतंकी को मौत के घाट कैसे उतारा, इसे समझने के लिए पूरे घटनाक्रम को समझना होगा।

रियाज नायकू को सुरक्षा बलों और पुलिस की संयुक्त टीम ने एक मुठभेड़ में मार गिराया ।

दरअसल, 5 मई की शाम पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि रियाज नायकू अपने गांव बेगपोरा आ रहा है, जहां वह अपने परिजनों से मिलेगा। इनपुट यह भी था कि वह अपनी बीमार मां से मिलने आ रहा है। यह खुफिया जानकारी फोन कॉल के इंटरसेप्ट पर आधारित थी।

बाद में पुलिस ने इसे पुष्ट कराया जिसमें बात सच निकली.जानकारी पुष्ट होते ही सुरक्षा बलों और पुलिस की जॉइंट ट्रूप्स ने बेगपोरा गांव के चारों ओर अड्डा जमा लिया। 5 मई की रात 2 बजे ही संयुक्त टीम ने गांव को चारों ओर से घेर लिया।

पूरी तैयारी और कानों कान किसी को भनक न लगते हुए, गांव के सभी लोगों को बारी-बारी खाली कराया गया. टीम को पक्की जानकारी थी कि इन्हीं में से किसी एक घर में नायकू छिपा हुआ है. इंटरसेप्ट के आधार पर छानबीन का दायरा बढ़ाया गया।

अंतत: बुधवार 6 तारीख को 9.30 बजे संयुक्त टीम को नायकू के सही लोकेशन की जानकारी मिली. इसके बाद संयुक्त टीम ने उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी ।

रियाज नायकू अपने गांव बेगपोरा आया था

आतंकियों ने भी सुरक्षा बलों पर फायरिंग शुरू की. अंत में जो दो शव बरामद हुए, उनमें एक नायकू का पता चला. इसकी शिना त तकरीबन 1 से 1.30 बजे के बीच हुई । उधर, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने रियाज नायकू की मौत पर ट्वीट किया है ।

उन्होंने लिखा, रियाज नायकू की तकदीर उसी वक्त लिख दी गई थी, जब उसने बंदूक थामी और हिंसा व आतंक के रास्ते पर उतरा। अब उसकी मौत के बाद लोगों को हिंसा और आंदोलन में नहीं उतरना चाहिए।