जाट बौद्धिक मंच ने प्रतिभाओं का किया सम्मान, वक्ताओं ने महिला शिक्षा को बढ़ाने पर जोर दिया

चूरू। ग्रामीण किसान छात्रावास में शनिवार को जाट बौद्धिक मंच की ओर से प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ। छात्रावास संस्थान अध्यक्ष सुगनाराम कटेवा की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में 115 नवनियुक्त कर्मचारी, 22 सेवानिवृत कर्मचारी, 24 जनप्रतिनिधि, कक्षा 10 की 106 व कक्षा 12 की 73 प्रतिभाओं का सम्मान किया गया। डूंगर कॉलेज बीकानेर के प्रो. श्यामसुंदर ज्याणी ने कहा कि समाज की कोई जाति अकेले विकास नहीं कर सकती है, इसमें समन्वय की आवश्यकता होती है। मां को पहली शिक्षिका बताते हुए समाज में महिला शिक्षा की आवश्यकता पर बल दिया।

जसाराम चौधरी ने समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर कर सकारात्मकता के साथ आगे बढऩे का आह्वान किया। सीआई मनोजकुमार मूंड ने युवाओं को भौतिक संसाधनों के सकारात्मक उपयोग पर ध्यान देने का आह्वान करते हुए कहा कि इससे समाज में अलगाव की प्रकृति को विराम लगेगा। समारोह में प्रधान मोहिनीदेवी खीचड़, सीबीईओ भंवरलाल डूडी मंचस्थ अतिथि थे। मंच अध्यक्ष मुकंदाराम नेहरा ने आगंतुकों का शाब्दिक स्वागत किया।

इस मौके पर इंद्रराज खीचड़, सुल्तानसिंह भींचर, हरलाल डूडी, खींवाराम ख्यालिया, रामचंद्र ऐचरा, गोपीचंद खीचड़, मोहनराम नैण, नानूराम बिरड़ा, हरबंशलाल जानू, सोहनलाल चबरवाल, दुर्गाराम भारी, सरपंच भंवरलाल पूनिया, सरपंच रामकृष्ण थालोड़, सांवरमल बडज़ाति, इंद्रचंद कड़वासरा, महेंद्र डूडी, पप्पु कड़वासरा, विनोद महिया, बृजलाल खीचड़, जैसराज दहिया, चेतनराम ज्याणी आदि उपस्थित थे। संचालन श्रवण महिया व पूराराम गांधी ने किया।

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