
- मास्क के साथ भोजन के पैकेट्स का वितरण
- पशु-पक्षियों के लिए चारा-पानी की व्यवस्था
जोधपुर। कोरोना महामारी के चलते शहर में सेवा कार्य जारी है। राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड जोधपुर के रोवर रेंजर की टीम मैसेंजर ऑफ पीस बनकर सेवाएं दे रही हैं। लगातार विकास के उद्देश्य को दृष्टिगत रखते हुए नो हंगर कोई भूखा ना रहे की थीम को टारगेट करते हुए ऐश्वर्या कॉलेज रोवर जयेश्वर प्रजापत, राजकीय महाविद्यालय रोवर पुनीत गुर्जर, पुष्टिकर महिलामहाविद्यालय की रेंजर सुमन दाधीच तथा भावना वैष्णव द्वारा चौपासनी हाउसिंग बोर्ड सेक्टर नंबर 9 की कच्ची बस्तियों तथा अणदाराम स्कूल के आसपास अवस्थित कच्ची बस्तियों में लगभग 200 जरूरतमंदों को नाश्ता एवं सूखी खाद्य सामग्री का वितरण किया गया।
जोधपुर में कोरोना महामारी के चलते शहर में सेवा कार्य जारी है।
साथ ही उनके व्यवसाय एवं स्वास्थ्य की जानकारी ली गई और उन्हें मास्क वितरण भी किया। इनके अतिरिक्त वहां रहने वाले बच्चों के शिक्षा संबंधी जानकारी ली गई और उन्हें कोरोना महामारी से बचाव हेतु महत्वपूर्ण जानकारी तथा सुझाव भी साझा किए गए। हर रोज रहे 600 भोजन के पैकेट का वितरण-कोरोना के प्रकोप को झेल रहे मजदूर वर्ग के लिए प्रतिदिन 600 भोजन के पैकेट बनाकर वितरण किए जा रहे हैं।
समाजसेवी प्रफुल्ल मेहता, दलजीत सिंह टाक, पुनीत मेहता, नीलेश अग्रवाल, कुलदीप परिहार, रविन्द्र परिहार, रविन्द्र सिंह, कुशाल सिंह, महेश सिंह, जयसिंह, पदमसिंह, अजय सुथार, रोहित सुथार, रोहित मौनू, संदीप आदित्य सिंह व सूरज सिंह की मित्रमंडली प्रतिदिन सूखे किट का का वितरण भी कर रही है। अब तक लगभग 1400 पैकेट जरूरतमंद लोगों को दिए जा चुके हैं। वहीं गौशाला में चारे की कमी को देखते हुए 40 िवंटल चारा, पानी के टैंकर, कोरोना योद्धाओं में पांच हजार से ज्यादा मास्क तथा 30 लीटर से ज्यादा सैनिटाइजर का वितरण किया जा चुका है। इसी कड़ी में जरूरतमंद को प्लेटलेट्स की व्यवस्था भी कराई है।
जोधपुर के रोवर रेंजर की टीम मैसेंजर ऑफ पीस बनकर सेवाएं दे रही हैं।
अलग-अलग तरीकों से कर रहे मदद– लॉकडाउन के दौरान स्वयंसेवी संस्थाओं और समाजसेवियों द्वारा अभी भी जरूरतमंद लोगों की सहायता करने का सिलसिला जारी है। ये लोग अलग-अलग तरीकों से जरूरतमंदों की सहायता कर रहे है। समाजसेवी मिजाज अली जरूरतमंदों को दोनों समय खाना बांट रहे है। उदयमन्दिर, हरिजन बस्ती, मीठड़ी ठाकुरजी की हवेली, ढोलियों की गली, कब्रिस्तान कॉलोनी, घोसियों की गली में जरूरतमंद लोगों को घर-घर जाकर शाम-सुबह भोजन का वितरण कर रहे है। इस कार्य में रिजवान अली, रिजवानी मोदी, आजम अब्बासी, पिन्टू शाह सहित पूरी टीम भोजन वितरण कार्य में जुटी हुई है। नगर निगम कर्मचारी सुरेश जैन व इंस्पेक्टर रवि बारासा खाना वितरण में सहयोग प्रदान कर रहे है। इसी तरह अमावस्या पर बालाजी ग्रुप के युवा साथियों ने गायों के लिए 2 क्विंटल लापसी बनाई।
यह भी पढ़ें-जोधपुर: झारखंड के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन 736 यात्रियों को लेकर रवाना
इस लापसी को पीथावास जाजीवाल धोरा और डांगियावास गौशाला में वितरण किया गया। मानव के साथ जीवदया की सेवा जारी- मानव सेवा संस्थान द्वारा मानव सेवा के साथ जीवदया सेवा कार्य भी किया गया। संस्थान के प्रचार मंत्री धनराज विनायकिया ने बताया कि अध्यक्ष रमेश छाजेड़ के सान्निध्य में तेज गर्मी में जीवदया के लिए एक बोलेरो सूखे चारे की गाड़ी नवकार धाम नारनाड़ी भिजवाई गई तथा इस गर्मी में पशु पक्षियों के लिए पानी का टैंकर व जरुरतमंदो परिवारों के लिये खाद्य सामग्री के किट की भी व्यवस्था की गई।
500 पैकट सौंपे-हार्ट फुलनेस इंस्टीट्यूट की ओर से कलेक्ट्रेट में आपदा प्रबन्धन में जरूरतमंदो को सहयोग के लिए 500 पैकट राशन सामग्री के प्रदान किए। केन्द्र के जोन प्रबन्धक विकास मोघें, केन्द्र समन्वयक दीपक कलवानी व प्रभारी अधिकारी महावीर सिंह जोधा का विशेष मार्गदर्शन रहा। मोघे ने बताया कि हैदराबाद स्थित मु यालय ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ 50 लाख का सहयोग किया है।
मास्क बांटे-इसी प्रकार समाज सेवी लक्ष्मण मोयल, कमलेश बागराणा और गालियों में हस्त निर्मित मास्क बांटे और लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक किया। लक्ष्मण मोयल ने उन से घर के बाहर जरूरी काम होने पर निकलने, मास्क पहनने और नियमानुसार फिजिकल दूरी बनाए रखने की अपील की। पुलिस मित्रके सेवा कार्य-पुलिस मित्र साक्षी मेहरा कोरोनाकाल में उल्लेखनीय सेवा दे रही है। उन्होंने उम्मेद अस्पताल से छुटटी मिलनेपर नवप्रसूत के उनके गोलनाडी स्थित निवास स्थान पर पहुंचाया। इसके साथ ही साक्षी गरीबों के भोजन पहुंचाने में सहयोग कर रही है। आयुर्वेदिक दवा दी-उधर क्षेत्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समितिके पूर्व सदस्य नगेन्द्र संचेती ने डीआरएम आशुतोष पंत, रेलवे अधिकारियों, रेलवे कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के अधिकारियों और जीआरपी थाने के कर्मचारियों को आयुर्वेद दवाएं प्रदान की ताकि इ युनिटी बढ सके।