जोधपुर: जेआईए कर्मचारियों की वेतन देने संबंधी एडवाइजरी वापस लेने की मांग

जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, जेआईए, JIA
जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, जेआईए, JIA

जोधपुर। जोधपुर इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन देने के लिए राज्य सरकार द्वारा एडवाइजरी नोट जारी किया गया है उसे वापस लेने की मांग की। जेआईए के अध्यक्ष अशोक बाहेती ने बताया कि सरकार को पहले इंडस्ट्रीज की पूरी स्थिति के बारे में अवगत होना चाहिए।

जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक बाहेती ने बताया कि सरकार को पहले इंडस्ट्रीज की पूरी स्थिति के बारे में अवगत होना चाहिए।

कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है जिसके चलते पिछले डेढ़ माह से औद्योगिक उत्पादन बंद है उद्यमी अपने घर पर बैठे हैं फिर भी समाज के आर्थिक कमजोर वर्ग के लोगों को भोजन उपल ध कराने की व्यवस्थाओं में भी इंडस्ट्रीज के लोगों ने आगे बढक़र सहयोग किया तथा प्रधानमंत्री राहत कोष व मुख्यमंत्री राहत कोष में भी उद्यमियों ने पूरा सहयोग किया और अब सरकार की तरफ से एक नई एडवाइजरी जारी की गई कि कर्मचारियों को भी वेतन दे। यह शायद संभव नहीं हो पायेगा।

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हाल ही में जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और जोधपुर के अन्य सभी एसोसिएशन के उद्यमियो की आयोजित एक ऑनलाईन वीडियों कॉन्फ्रेसिंग में सभी उद्यमियों की यही मांग थी कि वह किसी भी प्रकार से कर्मचारियों को अप्रैल का पेमेंट करने की स्थिति में नहीं है।

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और जिस प्रकार सरकार कृषि के ऊपर कृषकों को राहत देती है गरीबों के लिए राहत के पैकेज की घोषणा की गई है उसी प्रकार एमएसएमई उद्योग में काम करने वाले वर्करों के लिए पेमेंट की व्यवस्था सरकारी स्तर पर की जानी चाहिए। उद्यमी उनका भार सहन नहीं कर पाएंगे योकि पिछले 2 महीनो से उद्योग बंद रहने के कारण कम 6 से 8 महीने का पीरियड तो उनको वापस खड़ा होने में लगेगा इस अवधि में उद्योगों के द्वारा लिए गए ऋण पर याज चुकाना वह विद्युत स्थाई व विद्युत विभाग द्वारा स्थाई शुल्क जो लिया जाता है उसका भी भार सहन करना उद्यमियों के लिए संभव नहीं होगा।

जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पत्र लिखकर कर्मचारियों को वेतन देने के लिए राज्य सरकार द्वारा एडवाइजरी नोट जारी किया गया है

उद्योग पिछले काफी समय से मंदी की मार से जुंज रहा है ऐसी स्थिति में अगर उद्योगों पर जबरन भार डाला गया तो उद्योग बंद हो जाएंगे जिससे राज्य में बेरोजगारी भी बढ़ेगी और नए आने वाले उद्यमी भी हतोत्साहित होंगे इस पर सरकार को विचार करने की आवश्यकता है साथ ही उन्होने कहा कि जोधपुर इंडस्ट्रीज एसोसिएशन वह उसके समस्त उद्यमी बंधु सरकार के इस निर्णय के पक्ष में नहीं है ।

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सरकार विनम्रता से उद्योगों की स्थिति को समझ कर निर्णय करें उद्यमी वैसे तो अपने साथ काम करने वाले कर्मचारियों के साथ में एक पारिवारिक वातावरण में मिल बैठकर उनके खर्चे को तो वहन करने की कोशिश करेगा परंतु पूरा भार वहन करने की उद्यमियों की क्षमता नहीं है।