
राजसमन्द। उपखंड क्षेत्र के खटीक समाज की बैठक रविवार को प्राथमिक विद्यालय लांबोड़ी में हुई। बैठक में सामाजिक कुरीतियां को खत्म करने पर चर्चा की गई। वर्तमान परिप्रेक्ष्य को देखते हुए मृत्युभोज, शादियां व मृत्यु पर कपड़ा दस्तूर, शादी लग्न पर सोना ले जाने की परंपरा के दायरे को सीमित करने, मृत्यु भोज या गंगोज को नहीं करने, शादी और मृत्युभोज पर ननिहाल और ससुराल पक्ष के ही कपड़े मान्य करने का निर्णय लिया।
पूर्व एसडीएम गोपीलाल चंदेल ने कहा कि जैन समाज में मृत्युभोज नहीं होता है। हमें भी उनसे प्रेरणा लेकर मृत्युभोज बंद कर देना चाहिए। भैरूलाल ने समाज के संचालन को मजबूत करने की बात कही। सोहनलाल दिवेर ने समझाइश से संबंधों को मजबूत करने का आव्हान किया। साथ ही लाइन में बर्तन बांटने की परंपरा को बंद करने की बात कही। इस दौरान मूलचंद लंबोडी, रोशनलाल सरदारगढ़ और मोहनलाल सांवरिया ने संबोधित किया। इस दौरान रमेश चौहान, प्यार चंद खींची, संजय बोरीवाल, छगनलाल चंदेल, भगवान बंशीवाल सहित समाजजन मौजूद थे।
यह भी पढ़े-दशहरे पर श्वेता बनेंगी दिगंबर साध्वी, जैन समाज ने निकाला वरघोड़ा