RAUK गैलेक्सी ऑफ़ द स्टार्स लाइव शो: महाराज कुमार लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की राजस्थानी संस्कृति और इतिहास पर चर्चा

महाराज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की वीडियो संवाद में राजस्थानी संस्कृति और इतिहास पर चर्चा, Maharaj Lakshyaraj Singh Mewar Discussion on Rajasthani culture and history
महाराज लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ की वीडियो संवाद में राजस्थानी संस्कृति और इतिहास पर चर्चा, Maharaj Lakshyaraj Singh Mewar Discussion on Rajasthani culture and history

राजस्थान एसोसिएशन यूके गैलेक्सी ऑफ़ द स्टार्स लाइव शो की श्रंखला में हिन्दूआ सूरज महान महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार साहिब लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के साथ राजस्थानी इतिहास का महत्व समसामयिक विषयों पर चर्चा में संवाद किया और अपने विचार रखे

राजस्थान एसोसिएशन यूके गैलेक्सी ऑफ़ द स्टार्स लाइव शो कोरोनाकाल में यूके और अन्य देशों में बसे प्रवासी राजस्थानियों को राजस्थान की माटी से जोडने का एक प्रयास हैं, इन लाइव शो (फेसबुक, यूट्यूब एवं ट्विटर) के जरिये RAUK राजस्थानी भाषा, संस्कृति, लोक कलाकार, लोक संगीत, लोक कथा, कवि , इतिहासकार तथा अन्य प्रतिष्ठित व्यक्तित्व से संवाद, कला प्रदर्शन से प्रवासी राजस्थानियों को प्रोत्हासित करने का कार्य कर रहे है। इसी श्रंखला में आज हिन्दूआ सूरज महान महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार साहिब लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के साथ राजस्थानी इतिहास का महत्व समसामयिक विषयों पर चर्चा रखीं थी।

हिन्दूआ सूरज महान महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार साहिब लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ के साथ राजस्थानी इतिहास का महत्व समसामयिक विषयों पर चर्चा रखीं थी।

इस चर्चा को राजस्थान एसोसिएशन यूके से हरेंद्र सिंह जोधा ने संचालित किया।  आज की चर्चा का मुख्य विषय राजस्थानी संस्कृति और राजस्थान का इतिहास रहें। इस चर्चा में महाराज कुमार साहिब के साहित्य, इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर विषयों में रूचि एवं इनका आज के परिपेक्ष में महत्व और उपयोग पर विचार जाने, उन्होंने सन्देश दिया की हमें रायचंद (वह व्यक्ति जो बिना अनुभव के भी अनावश्यक राय देता है) प्रकृति से और इस प्रकार के व्यक्तित्व से बचना है और कर्मचंद (वह व्यक्ति जो काम करता है) बनना है इसी के साथ राजस्थान एसोसिएशन यूके निष्काम भाव से किये जा रहे कार्यो के लिए प्रशंसा भी की। RAUK के हरेन्द्र सिंह जोधा ने उनके साहित्यिक लगाव को देख उनके पसंदीदा कवि और कविता के विषय में उत्सुकता की तो महाराज कुमार साहिब ने बताया की उनके पसंदीदा कवि शैलेश लोढ़ा जी है जो की उनके मित्र भी है और उनकी माँ पर लिखी कविता उन्हें बेहद पसंद है। 

हिन्दूआ सूरज महान महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार साहिब लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने राजस्थान एसोसिएशन यूके निष्काम भाव से किये जा रहे कार्यो के लिए प्रशंसा भी की। 

इसी चर्चा में कॉन्सुलेट जनरल ऑफ़ इंडिया बिर्मिंघम के भारतीय सांस्कृतिक प्रतिनिधि श्री धीरज प्रकाश जोशी, RAUK के आदित्य सिंह शक्तावत, जीतेन्द्र सिंह जोधा पुनास, अनुभव चौधरी, दिग्पाल सिंह राठौर , महावीर सिंह जोधा, दिलीप पुंगलिया, अर्पित जैन, प्रहलाद सिंह भाटी, अभिमन्यु सिसोदिया , नरेश नरुका और आलोक शर्मा खंडेला भी उपस्थित रहें। RAUK के मेनचेस्टर निवासी श्री नरेश नरुका महाराणा प्रताप के भाले के सन्दर्भ प्रचलित विषय पर सवाल पूछा, कहा जाता है की उनका भाला लगभग 80 किलोग्राम का है क्या आपने उसे उठाया हैं, महाराज कुमार साहिब ने कहा की यह 80 किलो वजन सम्पूर्ण सत्य नहीं है अपितु यह महाराणा प्रताप के भारी भरकम व्यक्तित्व के साथ जोड़ दिया हैं यह सन्देश देने के लिए की आपका गौरव आपके आसपास के लोगों , वस्तुओं का गौरव भी बड़ा देता है और वही उनके भाले के वजन के साथ हुआ है। 

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महाराज कुमार साहिब ने दिलीप पुंगलिया के सवाल राजस्थानी साहित्य एवं लोक कला के digitisation सुझाव को बहुत सराहा और अपनी तरफ से अपेक्षित योगदान देने के लिए तत्परता दिखाई। इस चर्चा को विराम देते हुए उन्होंने पुनः एकबार राजस्थान एसोसिएशन यूके को उनके सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यों के लिए बधाई दी और किसी भी प्रकार के सहयोग के लिए बेझिछक आवाज़ देने के लिए कहा, हरेंद्र जोधा ने उन उनके  प्रोत्साहन तथा समय के लिए सभी प्रवासी राजस्थानी बंधुओं की तरफ से धन्यवाद दिया और विश्वास दिलाया की RAUK अपनी निष्काम सेवाभाव को जारी रखेंगें और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ायेंगे ।